जब भी दुकान से कोई सामान खरीदते हैं तो दुकानदार एक प्राइज पर अपना मार्जिन लगाकर अपना सामान बेचता है. जो सामान आपको 100 रुपये का मिल रहा है, हो सकता है वो सामान उसने 90, 80 या 85 रुपये में खरीदा हो. आप भी काफी चीजों के बारे में जानते होंगे कि किस में कितना मार्जिन है. लेकिन क्या आपको कार के बारे में आइडिया है. इसका मतलब है कि जब भी कोई कार बिकती है तो एक कार बिकने पर डीलर को कितना फायदा होता है और कार की प्राइज में डीलर का प्राइज कितना होता है. 


आज हम आपको बताते हैं कि एक कार पर डीलर का प्रोफिट मार्जिन कितना होता है और जब एक कार बिकती है तो डीलर को कितना फायदा होता है. इसके बाद आप समझ जाएंगे कि आपके पास जो कार है, इससे एक डीलर ने कितने रुपये कमाए हैं... 


एक कार पर कितने पैसे बचते हैं?


अगर एक कार पर होने वाले बचत की बात करें तो फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन की ओर से करवाए गए सर्वे के आधार पर कुछ रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है. इसे लेकर कहा गया है कि भारत में डीलर का मार्जिन दूसरे देशों के मुकाबले कम है. स्टडी के अनुसार, भारत में डीलर्स को 5 फीसदी से कम ही मार्जिन मिलता है. यानी एक कार पर बिकने पर डीलर को करीब 5 फीसदी तक फायदा होता है और ये मार्जिन एक्स शोरूम पर हो सकता है. 
 
बता दें कि करीब 2.9 फीसदी से लेकर 7.49 फीसदी तक डीलर्स का मार्जिन होता है. यह हर कंपनी और कार के सेगमेंट या रीजन पर भी निर्भर करता है. बताया जाता है कि भारत में एमजी मोटर्स और मारुति सुजुकी की ओर से डीलर्स को सबसे ज्यादा मार्जिन दिया जाता है. इन कंपनियों की ओर से करीब 5 या उससे ज्यादा फीसदी तक कमीशन दिया जाता है. इसके अलावा कुछ कंपनियां काफी कम मार्जिन भी देते हैं. इसमें जिस देश में कार बन रही है, उसके आधार पर भी लाभ प्रतिशत तय होता है. 


कार पर कितना टैक्स लगता है?


जब भी कार खरीदते हैं तो कार की प्राइज पर रोड टैक्स, जीएसटी और सेस देना होता है. यह टैक्स भी हर सेगमेंट की कार पर अलग होती है. जैसे 1500 सीसी से कम वाली कार में 28 फीसदी जीएसटी और 17 पर्सेंट तक सेस लग जाता है. इसके अलावा रोड टैक्स भी देना होता है. ऐसे में एक मोटा पैसा टैक्स के रुप में चला जाता है.


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