जैसे ही चांद की जमीन पर लैंड करेगा चंद्रयान-3, उस वक्त कुछ ऐसा होगा नजारा! देखें वीडियो
चंद्रयान-3 जैसे ही चांद की जमीन पर लैंड करेगा. उसका जीवन काल उसके बाद से एक चंद्र दिवस यानी पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होगा. आपको बता दें, चंद्रयान-3 का लैंडर दो मीटर लंबा और दो मीटर चौड़ा है.
भारत का चंद्रयान-3 23 अगस्त की शाम 6:04 बजे चंद्रमा के साउथ पोल यानी दक्षिणी ध्रुव पर 70 डिग्री अक्षांश के पास लैंड करेगा. अब तक आपने इस लैंडिंग से जुड़ी कई तरह की खबरें पढ़ी और देखी होंगी, लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब को स्पेस शटल चांद की जमीन पर लैंड करता है तो उसके तुरंत बाद क्या होता है. आज हम आपको इस आर्टिकल में अपोलो 11 के सफल लैंडिंग का पूरा वीडियो दिखाने वाले हैं. जिसे देख कर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जब चंद्रयान चांद की जमीन पर लैंड करेगा तो उस वक्त क्या क्या घटनाएं घटेंगी.
पहले जानिए चंद्रयान-3 अपने साथ क्या क्या ले जा रहा?
इसरो ने आधिकारिक रूप से जो विवरण दिया था उसके मुताबिक, चंद्रयान प्रोपल्शन मॉड्यूल, लैंडर और रोवर्स के साथ सात तरह के उपकरणों से लैस है. इनमें से एक है एसएचएपीई, जिसका अर्थ है स्पेक्ट्रो पोलरोमेट्री ऑफ हैबिटेबल प्लेनेटरी अर्थ. इस पूरे स्पेस शटल का वजन 3,790 किलो है और इसका मिशन है चांद पर सुरक्षित लैंडिंग के बाद अपने रोवर को एक्टिव करना और वहां की सतह पर मौजूद रसायनों की जांच करना उन्हें समझना और उनके अंदर होने वाली गतिविधियों का वैज्ञानिक परीक्षण करना.
चंद्रयान-3 चांद की जानकारी पृथ्वी पर कैसे भेजेगा?
चंद्रयान-3 जैसे ही चांद की जमीन पर सही सलामत लैंड करेगा. उसका जीवन काल उसके बाद से एक चंद्र दिवस यानी पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होगा. आपको बता दें, चंद्रयान-3 का लैंडर दो मीटर लंबा और दो मीटर चौड़ा है. वहीं उसकी ऊंचाई 116 सेंटी मीटर है. सबसे बड़ी बात की चंद्रयान-3 के संचार में उसका लैंडर बड़ी भूमिका निभाएगा. रोवर के साथ साथ यह बेंगलुरु के पास बेलालू में इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क के साथ भी सीधा संवाद करेगा.
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