दुनिया में जब भी तेज दौड़ने वाले जानवर के बारे में पूछा जाएगा, सबसे पहले टाइगर यानी चीता का नाम लिया जाता है. चीजा इतनी तेजी से भागता है, शायद ही कोई जानवर इसका मुकाबला कर पाएगा. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर चीता कैसे इतना तेज भाग पाता है. जंगल का राजा शेर क्यों नहीं तेज दौड़ पाता है. आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताएंगे. 


क्या है कारण ?


नेचर कम्यूनिकेशन्स जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में यह खुलासा हुआ है कि जो जानवर मध्यम आकार के होते हैं, वे ज्यादा तेज गति से दौड़ सकते हैं. इंपीरियल कॉलेज लंदन के बायोइंजीनियरिंग विभाग के डॉ डेविड लैबोन्टे ने बताया कि सबसे तेज दौड़ने वाले जानवर ना तो विशाल हाथी होते हैं और ना ही छोटी चींटियां होती हैं. लैबोन्टे का कहना है कि चीते की तेज भागने की वजह उनका मध्यम आकार ही है. 


शोधकर्ताओं ने चीता का एक मॉडल बनाकर समझाया है कि कैसे चीता की मांसपेशियां हिलती डुलती हैं, जो उसके तेजी गति से भागने में मदद करती है. अध्ययन के मुताबिक किसी जानवर की तेज गति से भागने की क्षमता इस बात से सीमित हो जाती है कि उनकी मांसपेशियां कितनी सिकुड़ सकती हैं. वहीं उनके उनकी अधिकतम गति का निर्धारण उनके आकार से होता है.


जानवर का आकार 


शोधकर्ताओं ने बताया कि जानवरों की रफ्तार उनके आकार पर निर्भर करता है. वहीं वर्क कैपिसिटी लिमिट बताती है कि कैसे बड़े जानवरों की मांसपेशियां सिकुड़ कर सीमित हो सकती हैं. शोधकर्ताओं ने बताया कि करीब 50 किलो के चीते का आकार ऐसा होता है, जहां ये दोनों ही सीमाएं मिल जाती हैं. जिससे ये 100 किमी प्रति घंटा से भी तेज रफ्तार से दौड़ सकते हैं. ये अध्ययन यह भी बताता है कि कैसे कुछ जानवर दूसरों से तेज भाग पाते हैं. 


हर जानवर की अपनी खूबी


बता दें कि दुनिया में करोड़ों जानवर मौजदू हैं. लेकिन सभी जानवरों की अपनी खूबी होती है, जो उसे बाकी सभी जानवरों से अलग बनाती है. जैसे चीता अपने रफ्तार के लिए जाना जाता है. हाथी अपने वजन और सांप अपने जहर के लिए जाना जाता है. हालांकि अधिकांश जानवरों को लेकर शोधकर्ता समय-समय पर रिसर्च करते रहते हैं. 


 


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