इस दुनिया में जितने देश उतने तरह की खाने की चीजें. अब तक आपने सुना होगा कि कुछ लोग सांप, बिच्छू और कीड़े खाते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि इस दुनिया में कुछ लोग पत्थर भी चूस कर खाते हैं. सबसे बड़ी बात की इन्हें खाने की कमी नहीं है, ना ही ये गरीबी में ऐसा कर रहे हैं, ये लोग तो एशिया के एक अमीर देश से आते हैं और अच्छा पैसा देकर पत्थर चूसते हैं. यहां एक प्लेट पत्थर फ्राई के लिए आपको 200 रुपये तक चुकाने पड़ते हैं.


कहां के लोग खाते हैं पत्थर?


पत्थर को चूस कर खाने का काम करते हैं एशिया के सबसे बड़े देश और भारत के पड़ोसी चीन के लोग. यहां के लोग बड़े चाव से पत्थरो को चूस चूस कर खाते हैं. सबसे बड़ी बात कि इस पत्थर के लिए ये लोग अच्छी कीमत भी चुकाते हैं. चीन में ये डिश पूरे देश में लोकप्रिय है. कुछ लोग तो इस डिश को खास प्रोग्राम में भी परोसते हैं.



क्या नाम है इस डिश का?


चीन में इस डिश को कहते हैं suodiu. ये डिश पूरे चीन में लोकप्रिय है, लेकिन सेंट्रल चीन के लोग इसे ज्यादा खाते हैं. कहा जाता है कि ये चीन की पारंपरिक डिश है और इसके कई मेडिकल बेनिफिट्स भी हैं. इस डिश को लेकर कहा जाता है कि इसकी शुरुआत चीन के हुबेई प्रांत से हुई थी. दरअसल, उस समय जब चीन के नौकाचालक लंबी दूरी तय करने के लिए समुद्र में उतरते थे, तो कई बार रास्ते में खाने की कमी हो जाती थी. ऐसे में वो इन पत्थरों को फ्राई करके इन्हें चूस लेते थे, इससे उन्हें मछली का स्वाद मिलता था और पेट भरे होने का अहसास होने लगता था.


कैसे बनती है ये डिश?


इस डिश को बनाने के लिए सबसे पहले किसी नदी से एक खास किस्म के चिकने पत्थर चुन कर लाए जाते हैं. ये पत्थर काले रंग के होते हैं. इसके बाद इन्हें अच्छे से साफ किया जाता है, फिर तेल, मसाला, सॉस, काली मिर्च और कुछ सी फूड मिला कर इन्हें अच्छे से फ्राई कर लिया जाता है. इसमें थोड़ा गीला बनाते हैं, ताकि पत्थरों पर हल्की ग्रेवी लगी रहे. डिश बनने के बाद इसके एक एक पत्थर को चूस चूस कर खाया जात है.


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