एक समय था जब हीरा धरती के अंदर से निकलता था. लेकिन अब इसे लैब में भी तैयार किया जाने लगा है. हालांकि, लैब में हीरा तैयार करना इतना आसान नहीं है. इसके लिए बहुत ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है. यही वजह है कि आज भी ज्यादातर हीरे जमीन के भीतर मौजूद खानों से ही निकाले जाते हैं. लेकिन चीन के वैज्ञानिकों ने एक फूल से हीरा बना कर कमाल कर दिया है. चलिए आपको बताते हैं कि पूरी कहानी क्या है.
चीन के वैज्ञानिकों ने ये कैसे किया
चीन के वैज्ञानिकों ने पियोनी नाम के एक लाल रंग के खास फूल से तीन कैरेट का हीरा बनाकर इतिहास रच दिया. आपको बता दें, ये फूल एक समय में चीन का राष्ट्रिय फूल हुआ करता था. चीन के हेनान प्रांत के लुओयांग में इस तीन कैरेट हीरे का अनावरण किया गया है. आपको बता दें, इसे बनाने के लिए चीन के वैज्ञानिकों ने पियोनी फूल के कार्बन तत्वों का इस्तेमाल किया था. हीरे को बनाने के बाद इसे लुओयांग टाइम प्रॉमिस कंपनी ने लुओयांग नेशनल पियोनी गार्डन को दान कर दिया.
क्या है इस हीरे की कीमत?
इस हीरे की कीमत की बात करें तो ये करीब 3 लाख युआन है. भारतीय रुपयों में ये करीब 34,53 लाख रुपये होगा. इसे बनाने वाली लुओयांग टाइम प्रॉमिस कंपनी के CEO वांग जिंग ने चीनी मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये हमारी बायोजेनिक कार्बन निष्कर्षण तकनीक से तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि फूलों को हीरे में तब्दील करने के लिए जिस तकनीक का इस्तेमाल किया गया, वो बेहद जटिल है.
लैब वाले हीरे मार्केट में बिक रहे हैं
बीते कुछ वर्षों में लैब में तैयार किए गए हीरे बाजार में काफी ज्यादा बिक रहे हैं. दरअसल, ये हीरे भी उतने ही रासायनिक कमपाउंड के होते हैं, जितने की प्रकृतिक रूप से प्राप्त किए गए हीरे होते हैं. लैब में जिन हीरों को तैयार किया जाता है उन्हें 2 तरीकों से बनाया जाता है. पहला तरीका है उच्च दबाव उच्च तापमान (HPTP) वाला और दूसरा तरीका है रासायनिक वाष्प जमाव (CVD) वाला. लैब में एक हीरे को तैयार करने में लगभग 2 महीने का वक्त लगता है.