दुनिया के हर कोने में कई ऐसी रहस्यमई चीजें हैं जिनके बारे में इंसान ज्यादा कुछ नहीं जान सका है. इसी तरह देश की राजधानी दिल्ली के नजदीक अरावली की पहाड़ियों में एक ऐसी झील है जिसे अब लोग खूनी झील के नाम से जानने लगे हैं. लेकिन इतनी खूबसूरत झील कैसे खूनी झील के नाम से मशहूर हो गई, इसके पीछे भी एक बड़ी कहानी है. आज इस आर्टिकल में हम आपको इससे जुड़ी तमाम जानकारियां देंगे और बताएंगे कि आखिरकार दिल्ली के इतने नजदीक होते हुए भी क्यों लोग वहां जाने से डरते हैं.


क्या कारण है कि लोग इसके पास नहीं जाते


कहते हैं कि इतनी खूबसूरत झील होने के बावजूद भी यह इलाका एकदम वीरान रहता है. जो भी टूरिस्ट इस झील के पास जाने की कोशिश करता है उसे लोकल लोग पहले ही रोक देते हैं. दरअसल, इस झील में अब तक सैकड़ों लोग डूब कर अपनी जान गवा चुके हैं और इसी वजह से इसे खूनी झील या डेथ वैली भी कहा जाने लगा है. सबसे बड़ी बात कि इस झील में कई अच्छे खासे तैराक भी डूब चुके हैं.


इंसानों ने बनाई है यह झील


कहते हैं कि यह झील इंसानों द्वारा बनाई गई है. दरअसल, आज जिन अरावली की पहाड़ियों के बीच यह झील स्थित है वहां जबरदस्त तरीके से पहले खनन हुआ करता था. कहते हैं कि 7 खदानों का एक बड़ा संग्रह इस झील के रूप में निकल कर सामने आया. 1991 में पहली बार यह झील देखी गई जिसके बाद इसका आकार बढ़ता ही चला गया. देखते ही देखते इस झील की चर्चा दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में होने लगी और लोग अपनी फैमिली के साथ यहां पिकनिक मनाने आने लगे. लेकिन जैसे-जैसे यहां लोगों की संख्या बढ़ी वैसे वैसे इस में डूब कर मरने वालों की तादाद भी बढ़ने लगी और धीरे-धीरे यह संख्या इतनी ज्यादा हो गई कि फरीदाबाद के जिला प्रशासन ने इस झील में तैरने पर प्रतिबंध लगा दिया.


100 से ज्यादा लोग डूब चुके हैं


कहते हैं इस झील में लगभग 100 से ज्यादा लोग डूब कर अपनी जान गवां चुके हैं. कुछ लोग तो इतने रहस्यमई तरीके से डूबे कि उनके डूबने का कारण भी पता नहीं चल सका. आज इस झील के चारों तरफ तमाम तरह की चेतावनी या लगा दी गई हैं. इसके साथ ही यहां के लोकल निवासी बाहर से आए टूरिस्टो को आगाह करते हैं कि वह झील में ना उतरें. झील का पानी एकदम साफ और नीले रंग का है, जो देखने में बेहद आकर्षक लगता है. कई बार इसी आकर्षण की वजह से पर्यटक सेल्फी लेने के चक्कर में इसके बेहद नजदीक चले जाते हैं और फिर झील में गिर कर अपनी जान गवा देते हैं.


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