वर्जिनिटी को लेकर हमारे समाज में कई तरह की बातें की जाती हैं, लेकिन ये सब आहिस्ता-आहिस्ता होती हैं. क्योंकि इसे लेकर खुल कर बोलने वालों को संस्कारी नहीं माना जाता. वहीं इस दुनिया में एक महिला थीं, क्लारा मीडमोर जिन्होंने अपने 107वें जन्मदिन पर दिए एक इंटरव्यू पर अपने वर्जिनिटी को लेकर बात की थी और उसे पूरी दुनिया में पढ़ा सुना गया था. उन्होंने बताया था कि कैसे उन्होंने अपने बचपन में ही फैसला ले लिया था कि वह हमेशा वर्जिन ही रहेंगी. यहां तक उन्होंने अपनी लंबी उम्र को लेकर भी कहा था कि वह इसलिए इतने दिनों तर जिंदा रहीं क्योंकि उन्होंने अपने जीवन नें कभी किसी के साथ यौन संबंध नहीं बनाए.


दिल टूटने के डर से नहीं बनाया संबंध


जब इस इंटरव्यू में क्लारा मीडमोर से पूछा गया कि उन्होंने आजीवन वर्जिन रहने का फैसला क्यों किया? तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि पहले लोगों को लगा कि मैं एक समलैंगिक हूं, इसलिए किसी भी पुरुष की ओर आकर्षित नहीं होती या किसी के साथ यौन संबंध नहीं बनाती. हालांकि, ऐसा नहीं था. उन्होंने कहा मैंने बचपन से ही मन बना लिया था कि मैं कभी भी किसी से शादी नहीं करूंगी और ना ही किसी के साथ कोई संबंध बनाऊंगी. इसके पीछे की वजह बताते हुए उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहती थी कि मेरा दिल टूटे या फिर रिश्तों से उपजी समस्याओं को मैं जीवन भर झेलूं.


108 साल में हुई मौत


क्लारा मीडमोर की मौत साल 2011 में तब हुई जब उनकी उम्र 108 साल थी. हालांकि, उनका जीवन बेहद दिलचस्प था. क्लारा मीडमोर का जन्म महारानी विक्टोरिया की मृत्यु के दो साल बाद अक्टूबर 1903 में ग्लासगो में हुआ था. जब वह सिर्फ सात साल की थीं, तब उनका परिवार मिस्र और बाद में कनाडा और फिर न्यूजीलैंड चला गया, लेकिन जब तक वह 20 साल की हो गईं, तब तक उन्होंने अपने दम पर यूके वापस जाने का फैसला लिया और उसके लिए पर्याप्त पैसा कमाया. यूके पहुंचने पर, मीडमोर ने फैसला किया कि वह शादी नहीं करेंगी और अपना जीवन अपने हिसाब से जीएंगीं, इसलिए उन्होंने कई नौकरियां करने का फैसला किया.


जब उनकी उम्र की अन्य युवा लड़कियां पार्टियों में जा रही थीं, डेट पर जा रही थीं, और शादी कर रही थीं, तो मीडमोर ने अपना सारा समय अपने काम और अपने शौक को पूरा करने में लगाया. उनके शौक थे, लंबी सैर करना, अपने पसंदीदा रेडियो स्टेशन को सुनना, किताबें पढ़ना, बागवानी करना और साथ ही खाना बनाना. जब भी वह अकेलापन महसूस करतीं तो फिटनेस क्लासेस में जाकर अपना मन बहला लेतीं. 108 साल की उम्र में जब क्लारा मीडमोर की मौत हुई थी तो उस समय वह दुनिया की सबसे उम्रदराज वर्जिन लेडी थीं.


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