एक लीटर कोल्ड ड्रिंक बनाने में कितना पानी लग जाता है? इसका जवाब आपको सोचने पर मजबूर कर देगा
देश की आबादी को पीने का साफ और स्वच्छ पानी नही मिल रहा है.लेकिन कोल्ड ड्रिंक्स बनाने में रोजाना लाखों लीटर पानी बर्बाद होता है.आपको जानकर हैरानी होगी कि आधा लिटर पेप्सी बनाने में कई लिटर पानी बर्बाद
Cold Drink : गर्मी का मौसम आने के साथ ही कोल्ड ड्रिंक की डिमांड भी बढ़ने लगी है. बाजार में कोल्ड ड्रिंक के अलग अलग फ्लेवर को लोग काफी मन से पीते हैं. कोल्ड ड्रिंक पीते वक्त लोग इसे हेल्थ पर पड़ने वाले असर के बारे में भी बात करते हैं, लेकिन कोल्ड ड्रिंक पीना फिर भी बंद नहीं करते हैं. कोल्ड ड्रिंक बनती कैसे हैं, इन्हें लेकर इंटरनेट पर कई तरह की रिपोर्ट्स भी मौजूद है. कोल्ड ड्रिंक बनाने के प्रोसेस के साथ ही यह भी कहा जाता है कि जब कोल्ड ड्रिंक को बनाया जाता है तो काफी पानी खर्च होता है.
कहा जाता है कि कोल्ड ड्रिंक्स बनाने में रोजाना लाखों लीटर पानी बर्बाद होता है. कोल्ड ड्रिंक को बनाने में इस्तेमाल होने वाले पानी की बात करें तो इसे लेकर कई दवा किए जाते हैं. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, एक लीटर कोल्ड ड्रिंक बनाने में 4 लीटर पानी खर्च होता है और अब दावा किया जाता है कि इसे कम करके 2.5 लीटर पानी से एक लीटर कोल्ड ड्रिंक बनाई जाती है. इसके अलावा कई रिपोर्ट्स में कहा जाता है कि एक लीटर कोल्ड ड्रिंक बनाने में 20 लीटर से ज्यादा पानी खर्च होता है.
वहीं, कोल्ड ड्रिंक्स में पानी की इतनी खपत होने की वजह से तमिलनाडु में इसको बैन करने की मांग भी उठ चुकी है. तमिलनाडु के कई संगठनों का कहना है कि शीतल पेय कंपनियां राज्य में पानी के स्त्रोत का ज्यादा इस्तेमाल कर रही हैं, जिसकी वजह से राज्य में पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं राज्य में हर सूखे का सामना करना पड़ता है. संगठनों का कहना है कि जहां एक ओर राज्य के किसानों को पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है, दूसरी ओर यह कंपनियां पानी का बेधड़क इस्तेमाल कर रही है.
क्या हैं कोल्ड ड्रिंक पीने के नुकसान ?
कोल्ड ड्रिंक में घुली शक्कर मधुमेह के रोगियों को नुकसान पहुंचाती है. 1 दिन में दो या दो से अधिक कैन पीने से लोगों को डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है. रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिदिन कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन करने वाली महिलाओं में वात रोग होने का खतरा 75% तक बढ़ जाता है. आपको बता दें कि 40000 लोगों पर रिसर्च के अनुसार कोल्ड ड्रिंक पीने वाले लोगों में दिल का दौरा होने की संभावना 20% तक बढ़ जाती है. साथ ही दिल के दौरे से मौत की संभावना भी बढ़ सकती है.वहीं कोल्ड ड्रिंक का प्रतिदिन सेवन करने से मोटापा बढ़ता है और साथ ही इनमें पाया जाने वाला सोडा हड्डियों को कमजोर बनाता है.
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