कुछ देश ऐसे हैं जो बढ़ती आबादी से जूझ रहे हैं, तो कुछ ऐसे जिनके यहां पॉपुलेशन तेजी से कम हो रही है. जाहिर है लोग नहीं होंगे, तो काम करने के लिए लोग कहां से आएंगे. देश में प्रोडक्शन घट जाएगा और धीरे-धीरे लोग मंदी की गिरफ्त में आ जाएंगे. हम इस खबर में न सिर्फ उन देशों के बारे में आपको बता रहे हैं, बल्कि एक्टोलाइफ नाम की एक कंपनी ने कहा है कि हम इन देशों की गिरती पॉपुलेशन को संभाल सकते हैं. इसके लिए महिलाओं के गर्भ की भी जरूरत नहीं है. किसी भी दंपति के भ्रूण लेने के बाद ये बच्चे लैब में ही पल जाएंगे. इन बच्चों के DNA भी एडिट किया जा सकेगा ताकि ये होशियार बन सकें.
किन देशों में गिरी पॉपुलेशन
- बुल्गारिया: वर्ल्ड पॉपुलेशन रिव्यू वेबसाइट के मुताबिक बुल्गारिया में आबादी तेजी से कम हो रही है. यहां साल 2050 तक मौजूदा पॉपुलेशन के मुकाबले 22.5% लोग कम हो जाएंगे. बुल्गारिया की आबादी अभी 6.9 मिलियन के आसपास है, जो 2050 तक घटकर 5.4 मिलियन रह जाएगी.
- लिथुआनिया: इस देश की आबादी भी घट रही है. अगले तीन दशक में लिथुआनिया की आबादी 22.1 प्रतिशत घट जाएगी. यहां मौजूदा 2.7 मिलियन लोगों के मुकाबले 2050 सिर्फ 2.1 मिलियन लोग ही रह जाएंगे.
- लातविया: इस देश की आबादी 21.6 प्रतिशत गिरेगी. यहां कम जन्मदर की वजह से लगातार आबादी घट रही है.
- यूक्रेन: इस देश की आबादी 19.5 प्रतिशत घट जाएगी. यूक्रेन में फिलहाल 47.3 मिलियन लोग रहते हैं जो 2050 तक घटकर 35.2 मिलियन रह जाएंगे.
इन देशों की पापुलेशन में भी गिरावट
सर्बिया, क्रोशिया, जापान, अल्बानिया, रोमानिया, ग्रीस, हंगरी, पोलैंड, जॉर्जिया...इन देशों में भी आबादी का ग्राफ तेजी से नीचे रहा है. हां, अगर एक्टोलाइफ जैसे कंपनी ये दावा करती है कि वह इन देशों की पॉपुलेशन बढ़ाने में मददगार होगी, तो शायद कुछ बदलाव देखने को मिल सके.
सोर्स: world population review
क्या है एक्टोलाइफ?
एक्टोलाइफ एक आर्टिफिशियल गर्भाशय टेक्नोलॉजी पर काम करने वाली कंपनी है. आर्टिफिशियल गर्भाशय को हम आर्टिफिशियल कोख भी कह सकते हैं. ये कंपनी किसी भी पेरेंट्स से उनके एग लेने के बाद उसे लैब में पहले भ्रूण और फिर 9 महीने तक एक बच्चे के रूप में विकसित करती है. बच्चे को आर्टिफिशियल (कृत्रिम कोख) में पूरे 9 महीने तक रखा जाता है. कंपनी इसकी पूरी मॉनिटरिंग करती है और बच्चा बिल्कुल वैसे ही विकसित होता है, जैसा वो मां के गर्भ में होता है. इसका एक वीडियो फेसबुक पर पोस्ट किया गया है, जिसमें आप आर्टिफिशियल गर्भाशय से जुड़ी पूरी जानकारी देख सकते हैं.
यहां देखें वीडियो-
एक्टोलाइफ का दावा है कि उनकी तकनीक से उन सभी देशों की मदद हो सकेगी, जहां की पॉपुलेशन तेजी से कम हो रही है. जापान, बुल्गारिया, साउथ कोरिया आदि देशों को गिरती पॉपुलेशन से रोकने में मदद मिलेगी. हालांकि, एक्टोलाइफ के जरिए एक बच्चा पैदा करने मे कितना खर्च होगा इसका कोई खुलासा वीडियो में नहीं किया गया है.
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