भारत के बिहार राज्य से अक्सर पकड़ौवा विवाह की खबर सामने आती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया में एक ऐसा भी देश है, जहां पर पकड़ौवा विवाह होता है. हालांकि यहां पर बिहार राज्य की तरह लड़कों का अपहरण नहीं होता है, बल्कि यहां पर लड़कियों को अगवा करके उनकी जबरन शादी कराई जाती है. जानिए आखिर उस देश में ऐसा क्यों होता है. 


पकड़ौआ विवाह क्या होता है?


पकड़ौआ विवाह में पढ़े-लिखें अच्छे पदों पर बैठे लड़कों को अगवा करके उनकी जबरन शादी करवा दी जाती है. भारत के बिहार राज्य में खासकर शिक्षित और नौकरीपेशा लड़कों से शादी के लिए दहेज खूब मांगा जाता है. इस कारण यह प्रथा वहां पर प्रचलित है.  


किर्गिस्तान


भारत के अलावा किर्गिस्तान देश में लड़कियों का पकडौवा विवाह होता है. जानकारी के मुताबिक वहां पर लड़कियों को किडनैप करके उनका रेप किया जाता है. जिसके बाद उनकी जबरन शादी करवा दी जाती है.  शादी के बाद लड़कियां सेक्स स्लेव और घर-खेत के कामों के लिए मजदूर बनकर रह जाती हैं. 


हर 5 में से 1 लड़की का अपहरण


Thomson Reuters Foundation की एक खबर के मुताबिक किर्गिस्तान में हर 5 में से 1 लड़की को शादी के लिए अगवा कर लिया जाता है. इस प्रथा का नाम है ala kachuu यानी उठाओ और भाग जाओ है. United Nations Population Fund की रिपोर्ट बताती है कि ज्यादातर मामलों में लड़की को अगवा करके उसका रेप किया जाता है और फिर शादी की जाती है. 


अपहरण पर प्रतिबंध


जानकारी के मुताबिक साल 2013 में किर्गिस्तान में दुल्हनों का अपहरण और साल 2016 में बाल विवाह पर प्रतिबंध लग चुका है. तत्कालीन राष्ट्रपति Almazbek Atambayev ने इस पर 10 साल जेल की सजा तय की है. इसके बावजूद इस देश में हर साल करीब 12 हजार लड़कियां शादी के लिए अगवा किया जाता है. बता दें कि उस देश में महिलाओं के हितों की रक्षा के लिए काम कर रही संस्था Women’s Support Centre के आंकड़ें भी इसकी पुष्टि भी करते हैं.


कम उम्र की लड़कियां 


बता दें कि पकड़ौवा विवाह के लिए अगवा होने वाली ज्यादातर लड़कियां कम उम्र की होती हैं. यही कारण है कि इस देश में जन्म देते समय कम उम्र की मां की मौत बहुत आम बात है. इसके अलावा पूरे मध्य एशिया में किर्गिस्तान में highest maternal mortality rate सबसे ऊपर है.