Cyber Attack On Delhi AIIMS: दिल्ली के ऑल इंडिया मेडिकल इंस्टिट्यूट (Delhi AIIMS) का सर्वर हैक करने के 6 दिन बाद फिरौती के तौर पर हैकर्स ने सर्वर रिलीज करने के बदले 200 करोड़ रुपये की मांग रखी है. हैकर्स यह पैसा वर्चुअल क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में लेना चाहते हैं, ताकि उन्हें ट्रेस न किया जा सके. हालांकि, दिल्ली पुलिस, CERT-IN और इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशन (IFSO) सभी मिलकर इससे निपटने की कोशिश में लगे हुए हैं. फिरौती में इतनी बड़ी रकम की मांग के बाद दिल्ली एम्स का हैकिंग मामला अब देश के सबसे बड़े हैकिंग मामलों में शामिल हो गया है. आज इस खबर में हम आपको देश में अब तक हुए सात सबसे बड़े हैकिंग के मामलों के बारे में बताएंगे. पढ़ते रहिए इस खास खबर को...


करोड़ों मरीजों के पर्सनल डाटा को खतरा


एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस हैकिंग से करीब 3 से 4 करोड़ लोगों का पर्सनल डाटा खतरे में पड़ गया है, जिसमें देश के पूर्व प्रधानमंत्रियों से लेकर नौकरशाहों, मंत्रियों और जजों समेत बहुत सारे VIP तक का मेडिकल डाटा शामिल है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, ब्लैक वेब पर इस तरह के पर्सनल डाटा की कीमत अरबों रुपये तक हो सकती है.


ये हैं अब तक देश में हुए 7 सबसे बड़े साइबर अटैक


SpiceJet सर्वर हैकिंग


इसी साल मई में हैकर्स ने स्पाइसजेट एयरलाइंस के सर्वर को अपना शिकार बनाया था. जिसके चलते बहुत सारी फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थी. वहीं, दर्जनों फ्लाइट्स के शेड्यूल में भी फेर बदल करना पड़ा था. चर्चा में यह भी सामने आया था कि इसके लिए स्पाइसजेट ने हैकर्स को करोड़ों रुपये का भुगतान किया था.


ऑयल इंडिया हैकिंग


इसी साल हैकर्स ने असम में सरकारी तेल कंपनी ऑयल इंडिया (Oil India) के सर्वर को भी अपना निशाना बनाया था. बाद में कंपनी के अधिकारियों ने बताया था कि इसमें हैकर्स ने 57 करोड़ रुपये की डिमांड की थी. हालांकि, अधिकारियों ने यह भी दावा किया था कि हैकर्स को बिना पैसे दिए ही कंपनी ने सर्वर वापस कंट्रोल में ले लिए थे.


टेक महिंद्रा हैकिंग


साल 2021 में देश की जानी मानी आईटी कंपनी टेक महिंद्रा (Tech Mahindra) के 27 सर्वरों पर मैलवेयर अटैक हुआ था. जिसमें कंपनी को 5 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था. साथ ही कंपनी ने बाद में अपने फायरवॉल को और ज्यादा मजबूत करने के लिए अलग से भी 15 करोड़ रुपये खर्च किए थे.


हल्दीराम को भी बनाया था शिकार


अक्टूबर, 2020 में हल्दीराम के सर्वरों पर भी साइबर अटैक किया गया था. हैकर्स ने कंपनी की फाइलों, सिस्टम्स, डाटा और एप्लिकेशंस को मैलवेयर अटैक करके अपने कब्जे में ले लिया था. जिन्हे रिलीज करने के बदले हैकर्स ने 7.5 लाख अमेरिकी डॉलर की मांग की थी.


इंडियाबुल्स का सर्वर भी हुआ था हैक


शेयर मार्केट में निवेश से लेकर वित्त सुविधा उपलब्ध कराने वाला इंडियाबुल्स ग्रुप  (Indiabulls Group) का सर्वर भी साइबर अटैक का शिकार हो चुका है.किया गया था. हैकर ने कंपनी का कॉन्फिडेंशियल डाटा सार्वजनिक करने की धमकी देकर फिरौती की मांग की थी. हालंकि, रिपोर्ट में स्पष्ट नहीं है कि उसकी मांगों को पूरा किया गया था या नहीं.


आंध्र-तेलंगाना की बिजली कंपनियां शिकार


साल 2019 में हैकर्स ने आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों का नेटवर्क अपने कब्जे में ले लिया था. जिसको रिलीज करने के लिए फिरौती के रूप में हैकर्स ने 6 बिटकॉइन (Bitcoin) की मांग की थी. उस समय इन 6 बिटकॉइन की कीमत लगभग 24 लाख रुपये थी. 


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