Biparjoy Cyclone : बिपरजॉय तूफान भारत में प्रवेश कर गया है. इसकी रफ्तार इतनी तेज है कि इसके रास्ते में आने वाली हर चीज तबाह हो जा रही है. हालांकि, आज हम आपको बिपरजॉय तूफान के बारे में नहीं बल्कि इस बारे में बताने आए हैं कि आखिर जब भी कोई तूफान आता है तो उसके आने के बाद आसमान में दिखने वाले सफेद बादल अचानक से काले कैसे हो जाते हैं, आखिर इसके पीछे की साइंस क्या है? 


कैसे काले हो जाते हैं बादल


अक्सर आपने देखा होगा कि नीले आसमान में सफेद बादल होते हैं, लेकिन बारिश या तूफान के समय ये बादल काले हो जाते हैं और आसमान का नीला रंग भी गायब हो जाता है. लेकिन ऐसा होता कैसे है और क्यों होता है. इसके पीछे की मेन वजह क्या है?  चलिए आपके सवालों का जवाब देते हैं. दरअसल, तूफान के समय वाष्पीकरण की प्रक्रिया के जरिए बादल तेजी से बनते हैं और जब पानी भाप बनकर ऐसे घने बादलों का निर्माण करता है तो इन बादलों में पानी की मात्रा बहुत ही ज्यादा होती है तो इसकी वजह से इन बादलों का घनत्व भी बहुत ज्यादा होता है. इसकी वजह से सूरज की रोशनी बादलों के आर-पार नहीं जा पाती और यही वजह के बारिश वाले बादल काले दिखाई देते हैं.


बादलों के बनने की प्रक्रिया क्या होती है?


बादल कैसे बनते हैं, ये बात तो आपको स्कूल में ही कक्षा 10वीं से पहले बताई गई थी. हालांकि, कई लोग शायद इसे भूल गए होंगे. तो उन्हें बता दूं कि बादलों के बनने की प्रक्रिया में तापमान और जल वाष्प का मुख्य योगदान होता है. दरअसल, बढ़े हुए तापमान की वजह से धरती से जलवाष्प ऊपर की ओर उठता है और ऊपर आसमान में जाकर वह ठंडा हो जाता है. जैसे ही ठंड के कारण संघनन की प्रक्रिया आरम्भ होती है वाष्प पानी की बूंदों में बदल जाती है और इन्हीं से बादलों का निर्माण होता है.


तूफान के समय बादल तेज क्यों बनते हैं?


दरअसल, जब तूफान आता है तो अपने साथ तेज हवाओं को भी लाता है. ये हवाएं आसमान में मौजूद सभी बादलों को एक साथ एक तरफ धकेलती हैं और इसी वजह से आपको तूफान के समय आसमान में ढेर सारे काले बादल नजर आते हैं. वहीं कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि  तूफान के समय समुद्र से पानी तेजी से वाष्पीकरण की प्रक्रिया के जरिए आसमान में जाता है और इसी वजह से वहां तेजी से ढेर सारे बादल बनते हैं.


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