Biporjoy Cyclone: दुनियाभर में हर साल कोई न कोई तूफान आता है. कई बार ये तूफान काफी कमजोर होते हैं, तो कई भीषण तबाही मचाने वाले होते हैं. इस समय भारत पर भी खतरनाक च्रकवाती तूफान बिपरजॉय का खतरा मंडरा रहा है. भारत के मौसम विभाग ने इसको लेकर अलर्ट भी जारी किया हुआ है. गुजरात, मुंबई और केरल के समुद्र में बड़ी-बड़ी लहरे उठ रही हैं. ऐसे में आज हम आपको दुनिया में आए कुछ सबसे खतरनाक तूफानों के बारे में बताने जा रहे हैं. ये तूफान इतने खतरनाक थे, जिनमें भयंकर तबाही मची थी और लाखों जानें चली गईं थी.


बात अगर Biperjoy की करें तो यह चक्रवात अरब सागर से बनकर चला है. आमतौर पर अरब सागर शांत रहता है और यहां से कम ही तूफान आते हैं. लेकिन यहां से आने वाले तूफान अक्सर कम समय में विकराल रूप धारण कर लेते हैं. Biperjoy की भी यही कहानी है. कुछ सालों से देखने में आया है कि अरब सागर में चक्रवाती तूफान आने की दर में वृद्धि हुई है. यहां हम दुनियाभर में आए पांच खतरनाक तूफानों के बारे में बता रहे हैं.


भोला चक्रवाती तूफान


यह साल 1979 में पूर्वी पाकिस्तान (वर्तमान में बांग्लादेश) में आया था. इस तूफान इतना ज्यादा भीषण था की इसने भयंकर तबाही मचाई और इस तूफान में करीब 5 लाख लोगों की जान चली गई थी. बंगाल की खाड़ी से उठकर चले इस तूफान की शुरुआत 8 नवंबर 1970 को हुई थी और यह 12 नवंबर को पूर्वी पाकिस्तान से जाकर टकराया था.


हूगली रिवर साइक्लोन


हूगली रिवर साइक्लोन ने भी काफी तबाही मचाई थी. इस तूफान में करीब 3.5 लाख लोगों की मौत हो गई थी. हूगली रिवर साइक्लोन को इतिहास के सबसे खतरनाक तूफानों में से एक माना जाता है. यह तूफान 1737 में आया था और इसमें आए कलकत्ता में भीषण तबाही मचाई थी. 


हैपोंग टाइफून


यह तूफान वियतनाम में आया था. 27 सितंबर 1881 को शुरू हुए इस खतरनाक साइक्लोन ने 8 अक्टूबर को अपना विकराल रूप दिखाया और भीषण तबाही मचाई. हैपोंग टाइफून के कारण करीब तीन लाख लाोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.


कोरिंगा साइक्लोन


यह तूफान 25 नवंबर 1839 को भारत के आंध्र प्रदेश के कोरिंगा में आया था. इस दौरान समुद्र में 40 फीट तक ऊंची लहरें उठने लगी थीं. इस साइक्लोन ने करीब 25 हजार जहाजों को बर्बाद कर दिया था. इसमें करीब 3 लाख लोगों की जान गई थी.


बैकरगंज साइक्लोन


29 अक्टूबर से 1 नवंबर 1876 बैकरगंज साइक्लोन ने जमकर तबाही मचाई और लाखों लोगों की जान ली. तूफान की वजह से करीब 2 लाख लोगों की जान गई. इस तूफान में पानी की तेज रफ्तार अपने साथ बहुत सारे लोगों को बहाकर ले गई थी. तूफान खत्म होने के बाद लोग भूखमरी का शिकार हो गए थे.


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