करोड़ों रुपये और पैराशूट लेकर हवा में ही गायब हो गया ये हाइजैकर, आज तक नहीं चला पता
दुनिया में कई चोर रहे, लेकिन एक चोर ऐसा था जिसे न ही कोई ढूंढ पाया और न ही ये कभी पता लगा पाया कि आखिर वो चोर गया कहां?
आपने कई किस्से और कहानियां सुनी होंगी, लेकिन क्या आपने कभी ये सुना है कि कोई ऐसा चोर रहा हो जो उड़ते प्लेन से गिरा हो और फिर गायब हो गया? हम ये यूं ही नहीं बोल रहे, दरअसल वाकई में एक ऐसी घटना घटी थी, जो आज भी लोगों को याद है. ये कोई कहानी नहीं है बल्कि हकीकत है. अब से 50 साल पहले ये रहस्यमयी घटना अमेरिका में घटी थी, जिसके बाद से आजतक उस हाइजैकर का नामोनिशान पता नहीं लग पाया है.
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करोड़ों रुपये और पैराशूट लेकर हवा में कैसे गायब हो गया हाइजैकर?
बात साल 1971 की है. जब सूट-बूट पहनकर एक व्यक्ति हाथ में काले रंग का बैग लिए अमेरिका एयरपोर्ट पर पहुंचा. काउंटर पर पहुंचकर उसने सीएटल जाने वाली फ्लाइट का टिकट लिया. टिकट लेते समय उसने अपना नाम डीबी कूपर बताया था. हालांकि ये नाम उसने गलत बताया था, लेकिन आज भी लोग उसे डीबी कूपर के नाम से ही जानते हैं.
टिकट लेकर वो रहस्यमयी व्यक्ति सीधे अपनी फ्लाइट की ओर बढ़ा. उसके विमान का नाम बोइंग 727 था. उसे हवाई जहाज के सबसे पीछे वाली सीट मिली थी. ऐसे में वो सीधे गया और अपनी सीट पर बैठ गया. बाकि दूसरे यात्रियों की तरह उसने अपना बैग ऊपर न रखकर अपने पास ही रखा.
कैसे विमान किया हाईजैक?
जैसे ही विमान ने आसमान में उड़ान भरी डीबी कूपर ने अपना काम शुरू कर दिया. वहां उसने फ्लाइट अटेंडेंट को एक कागज का टुकड़ा दिया, उस समय फ्लाइट अटेंडेंट को ये लग रहा था कि डीबी कोई बिजनेसमैन है और उसे अपना नंबर दे रहा है, लेकिन सच कुछ और ही था. जैसे ही फ्लाइट अटेंडेंट ने उस कागज के टुकड़े को पढ़ा वो सन्न रह गई. दरअसल उस कागज के टुकड़े पर लिखा था, “मेरे पास बम है”. उस वक्त फ्लाइट अटेंडेंट को कूपर ने अपना बैग भी खोलकर दिखाया. उसके बैग में सचमुच में एक बम रखा था. बस फिर क्या था. कूपर ने वहां अपनी सारी शर्तें बता दीं और कहा कि विमान को नजदीकी एयरपोर्ट पर लैंड कराया जाए और उसमें फिर से ईंधन भरा जाए. इसके साथ ही उसने दो लाख डॉलर (आज के समय में 1 करोड़ 36 लाख रुपये) की मांग की और चार पैराशूट भी मांगे.
कूपर की सारी बातें सुनकर फ्लाइट अटेंडेंट सीधे पायलट के पास पहुंची और उसे सारी बात बताईं. इसके बाद पायलट ने तुरंत विमान हाइजैक और कूपर की मांगों के बारे में सिएटल के एयर ट्रैफिक कंट्रोल को सूचित किया. फिर क्या, हर तरफ अफरातफरी मच गई. पुलिस से लेकर एफबीआई तक को इसकी सूचना दी गई.
अमेरिकी सरकार ने मानी मांगे
उस समय यात्रियों की जान को खतरा देखते हुए अमेरिकी सरकार ने कूपर की सभी मांगे मान लीं और दो लाख डॉलर से भरा बैग कूपर को दे दिया गया. हालांकि उससे पहले एफबीआई ने उन नोटों के नंबर नोट कर लिए, ताकि हाईजैकर को आसानी से पकड़ा जा सके. हालांकि कूपर आगे क्या करने वाला है इस बात का किसी को अंदाजा नहीं था. जब कूपर की सारी बातें पूरी हो गईं तो उसने पायलट को विमान उड़ाने के लिए कहा. उस समय रात हो गई थी और कूपर ने पायलट को विमान मैक्सिको की ओर ले जाने के लिए कहा. वहीं अमेरिकी सरकार भी उस विमान के पीछे अपने दो विमान लगा चुकी थी, ताकि लैंडिंग के समय कूपर को पकड़ा जा सके.
विमान से हवा में कूदा कूपर
इसके बाद सभी पायलट को कूपर ने रूम में जाने के लिए कह दिया और अंदर से दरवाजा बंद करने के लिए कहकर वो आगे बढ़ गया. किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि कूपर करने क्या वाला है. ऐसे में कूपर विमान से नीचे कूद गया और गायब हो गया. जब विमान में हवा का अतिरिक्त दवाब महसूस किया गया तो पायलट बाहर निकले तो देखा विमान का गेट खुला हुआ था. उस विमान का पीछा कर रहे दूसरे विमानों को भी इस बात का अंदाजा नहीं लग पाया कि कूपर उस विमान से नीचे कूद चुका था. इसके बाद कूपर कहां गया और उसने आगे क्या किया इस बात का आज तक पता नहीं चल पाया है. कूपर कैसा दिखता है ये भी किसी को नहीं पता क्योंकि आजतक महज उसका एक स्कैच ही मिल पाया है.
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