दुनिया में हर देश और हर क्षेत्र की अपनी अपनी संस्कृति है. वहां रहने वाले लोगों की अपनी-अपनी मान्यताएं और परंपराएं हैं. हालांकि, कुछ जनजातियों और कबीलों की ऐसी परंपराएं हैं जिसके बारे में सुन कर आप हैरान हो जाएंगे. ऐसी ही एक जनजाति है डानी जो इंडोनेशिया के जयाविजया प्रांत के वामिन शहर में रहती है. इस जनजाति के लोग एक ऐसी परंपरा को निभाते हैं जो किसी भी रूप में किसी भी इंसान को मंजूर नहीं होगी. दरअसल, इस जनजाति में जब किसी के घर में किसी की मृत्यु हो जाती है तो उस घर की महिलाओं की अंगुलियां काट दी जाती हैं. हालांकि, इंडोनेशिया की सरकार ने इस पर सालों पहले ही बैन लगा दिया था. लेकिन कुछ लोग प्रथा के नाम पर चोरी छिपे आज भी इस परंपरा को निभाते हैं.
क्यों काटते हैं महिलाओं की उंगली
डानी जनजाती में यह माना जाता है कि अगर किसी के घर में मौत हो जाती है तो तब तक उस घर से आत्मा दूर नहीं जाती है जब तक कि उस घर की औरतों की उंगलियां नहीं काट दी जाती हैं. इस अनुष्ठान में औरतों की आधी अंगुलियां काट दी जाती हैं. यहां तक की अगर घर में कोई बच्ची है तो इस घर की महिलाएं खुद अपने हाथ से अपनी बच्ची की उंगलियां काट देती हैं.
ममी बनाकर रखने की है परंपरा
इस जनजाति के लोग ममी बानने की प्रथा को भी फॉलो करते हैं. यहां जिनकी मौत हो जाती है, उनकी ममी बना कर उन्हें ताबूत मे रख दिया जाता है. हालांकि, ममी की प्रथा सिर्फ यहीं नहीं है, बल्कि, मिस्र से लेकर चीन और अफ्रिका केई देशों में भी लोगों के मरने के बाद उन्हें ममी बनाने की परंपरा है.
यहां भी महिलाओं के काट दिए जाते हैं अंग
डानी जनजाति की तरह मुर्सी जनजाति में भी ऐसी ही परंपरा है. साउथ इथोपिया और सूडान बॉर्डर के पास ओमान वैली में रहने वाली मुर्सी जनजाति अपनी अनोखी परंपरा को भी लेकर चर्चा में बनी रहती है. दरअसल, ये लोग बॉडी मॉडिफिकेशन के नाम पर अपने यहां की महिलाओं के निचले होंठ को काट कर उसमें मिट्टी की डिस्क या लकड़ी पहान देते हैं. यहां कबीले की लड़कियों को 15-16 साल की उम्र में उनके होठों में डिस्क पहनाई जाती है. इस बॉडी मोडिफिकेशन को लिप-प्लेट के नाम जाना जाता है. इसके कारण यहां की महिलाएं अब दुनियाभर के पर्यटकों की नजर में आकर्षण का केंद्र बन चुकी हैं.
ये भी पढ़ें: क्या 21 ग्राम की होती है इंसान की आत्मा? जानिए जब इस पर रिसर्च हुआ तो क्या निकला