आपने अक्सर सुना होगा कि मरने के बाद भी इंसान के सिर के बाल और उंगलियों के नाखून बढ़ते रहते हैं. इंटरनेट पर आपको ऐसे कई बड़े आर्टिकल मिल जाएंगे जो ये दावा करते हैं. लेकिन क्या कभी आपने इसकी असली हकीकत जानने की कोशिश की. चलिए आज आपको बताते हैं कि लोगों को ऐसा क्यों लगता है और क्या सच में मरने के बाद भी इंसानों के बाल और नाखून बढ़ते हैं.
बाल और नाखून बढ़ने का सच
बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, ये बिल्कुल सच नहीं है. यानी आपने डेडबॉडी के बारे में इस तरह की जो भी बातें सुनी हैं वो सब झूठ है. चलिए अब जानते हैं कि जब बाल और दाढ़ी बढ़ते नहीं हैं तो फिर ममी के नाखून और बाल कुछ सालों में बड़े कैसे हो जाते हैं. दरअसल, इसके पीछे विज्ञान काम करता है. इंसान जब मरता है तो उसका शरीर धीरे-धीरे सूखने लगता है. ऐसे में नाखून और बालों के पास वाली स्किन भी सिकुड़ने लगती है.
जब स्किन सिकुड़ती है तब नाखून और बाल अपने आप बड़े लगने लगते हैं. जैसे रबर के बॉल में अगर आप लकड़ी का एक छोटा सा टुकड़ा डाल दें और उस बॉल को आग के पास ले जाएं तो बॉल सिकुड़ने लगेगी और अंदर घुसे लकड़ी का टुकड़ा बाहर आने लगेगा. ये प्रक्रिया तेज होगी इसलिए आपको पता चल जाएगा कि लकड़ी इतनी बाहर कैसे निकली. लेकिन शरीर के साथ ऐसा नहीं होता.शरीर वाली प्रक्रिया बेहद स्लो होती है, इसलिए कुछ समय बाद लोगों को लगता है कि डेडबॉडी के बाल और नाखून बढ़ने लगे हैं.
डेड बॉडी से हवा बीमारी फैलती है
डेड बॉडी को लेकर आपने ये भी सुना होगा कि अगर काफी दिनों तक डेड बॉडी को ऐसे छोड़ दिया जाए तो उससे हवा में वायरस फैल जाता है और इससे लोग बीमार हो जाते हैं. मेंटल फ्लॉस पर छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, इस बात में भी कौई वैज्ञानिक तर्क नहीं है. विज्ञान कहता है कि डेड बॉडी जब डी कंपोस्ट होने लगती है तो हवा नें बदबू फैल जाती है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि इससे हवा प्रदूषित हो गई है और इससे लोग बीमार हो सकते हैं.
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