Death Facts : दुनिया में सभी लोग अपनी जिंदगी अपनी इच्छानुसार जीते हैं और मौत का नाम सुनकर हर कोई सहम जाता है. मौत संसार का कटु सत्य है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि मौत के बाद शरीर के साथ क्या होता है? दरअसल, मौत के बाद सबके शरीर में एक जैसी ही प्रक्रिया होती हैं. आज हम आपको मौत से जुड़े कुछ ऐसे फैक्ट्स बताएंगे जिन्हें जानकर आप चौंक जाएंगे. आइए जानते हैं मौत से जुड़े ये डिस्टर्बिंग फैक्ट्स -


हर रोज़ मरते हैं डेढ़ लाख से ज्यादा लोग


आपको बता दें कि अनुमान के अनुसार रोज़ाना पूरी दुनिया में लगभग 1 लाख 53 हज़ार लोगों की मौत होती होती है.


मरने के बाद 20 सेकेंड तक भी ज़िंदा रहता है दिमाग


मौत के 20 सेकंड बाद तक हमारा मस्तिष्क चैतन्य रहता है. इसकी फंक्शनिंग बंद होने में 20 सेकेंड तक का वक्त लगता है.


खुद को ही खाने लगता है शरीर


खाने को पेट में मौजूद एन्जाइम्स खाकर पचा देते हैं. ये एंजाइम मौत के तीन दिन बाद तक शरीर में मौजूद फूड पार्टिकल्स को खाते रहते हैं और जैसे ही खाना खत्म होता है, तब ये हमारे शरीर को ही खाना शुरू कर देते हैं.


पानी में जल्दी गलता है शरीर


जमीन की तुलना में इंसान का शरीर पानी में जल्दी डिकम्पोज़ होता है. पानी में इसकी रफ्तार 4 गुना ज्यादा बढ़ जाती है.


बुढ़ापा नहीं, बीमारियां होती हैं मरने की वजह


मौत से जुड़ा एक फैक्ट ये भी है कि इंसान को उसका बुढ़ापा या अधिक उम्र नहीं, बल्कि इनसे आने वाली बीमारियां मारती हैं.


शरीर से निकलता है वैक्स


कुछ लोगों के शव से एक वैक्स जैसी चीज निकलने लगती है. यह शरीर के अवशेषों को सालों तक संरक्षित रहने में मदद करती है.


पनपते हैं कीड़े


फोरेंसिक वैज्ञानिक किसी शव पर मिलने वाले कीड़ों और बैक्टीरिया से बता सकते हैं कि मौत हुए कितना समय हुआ है. इन कीड़ों की प्रजाति से ही आकलन कर लिया जाता है.


गैसों से फूल जाता है शरीर


शरीर के अंदर से निकलने वाली गैस और लिक्विड उसे गुब्बारे की तरह फुला देते हैं, इसीलिए मौत के बाद शव का अंतिम संस्कार जल्दी कर दिया जाता है और पानी पर भी शव इसी कारण से तैरते हैं.


उंगलियां सूख जाती हैं


मौत के बाद इंसान के हाथ और पैर की उंगलियां सूखने और अकड़ने लगती हैं. इसीलिए देखने पर इनकी लंबाई थोड़ी बढ़ी हुई महसूस होती है.


सबसे अंत में जाते हैं कान 


मौत के बाद इंसान के सेंसेज भी चले जाते हैं, लेकिन इनमें कान और सुनने की क्षमता सबसे बाद में जाती है.


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