जन्म और मृत्यु एक रहस्य है. कई वैज्ञानिकों ने इन रहस्यों को सुलझाने की कोशिश की है. लेकिन आज तक कोई ऐसा जवाब नहीं मिला है, जिससे मनुष्य संतुष्ट हो सके. लेकिन एक सवाल और उठता है कि मृत्यु के समय इंसान क्या सोचता और देखता है. दरअसल लॉस एंजिलिस की रहने वाली नर्स जूली मैकफ़ेडन ने इस सवालों का जवाब देने का दावा किया है.
मौत के समय क्या सोचता है इंसान?
हर इंसान जानना चाहता है कि आखिर मरते वक्त इंसान कैसा महसूस करता है और क्या सोचता है? उसके आखिरी शब्द क्या होते हैं? नर्स जूली मैकफ़ेडन ने इसको बताने का दावा किया है. उन्होंने बताया कि मरते वक्त ज्यादातर लोग कौन से शब्द बोलते हैं. लॉस एंजिलिस की रहने वाली नर्स जूली मैकफ़ेडन ने नथिंग टू फियर के लेखक ने स्केप्टिक मेटाफिजिशियन के साथ पॉडकास्ट में इसके बारे में बात की है.
ता दें कि जूली ऐसे तमाम मरीजों के साथ रही हैं, जिनकी कुछ ही पलों में मौत हो गई है. उन्होंने लोगों को मरते हुए देखा है. जूली कहती हैं कि वे मौत से नहीं डरती हैं, लेकिन बहुत सारी चीजें इंसानों को पता होनी चाहिए. जिससे उन्हें बेहतर जीवन जीने में मदद मिले.
मृत्यु
मृत्यु एक सच है. उन्होंने कहा कि मृत्यु से पहले हर शख्स के साथ एक चीज होती है. मृत्यु से एक महीने पहले से वे ऐसे लोगों को देखना शुरू करते हैं, जो पहले ही मर चुके हैं. उन लोगों के बारे में बातें करते हैं. जब उनसे पूछा गया कि क्या सच में ऐसा है कि लोग मरने से पहले अपने मृत रिश्तेदारों को देखते हैं? जूली ने कहा जी हां. इसे विजनिंग कहा जाता है. हमेशा उनके पूर्वज ही उन्हें सांत्वना देने के लिए आते हैं. ये सिर्फ उनके परिवार के लोग होते हैं.
नर्स ने आगे बताया कि कुछ लोग हमें बताते हैं कि उनके पूर्वज पास आए थे. वो कह रहे थे कि ‘मैं तुम्हें जल्द ही लेने आ रहा हूं. वो लोग कहते हैं कि तुम्हें किसी भी चीज के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है. कुछ लोगों के पास उनके पालतू जानवर भी आते हैं, जो अपने साथ लेकर जाने की कोशिश करते हैं. नर्स ने कहा कि ज्यादातर लोग इसका अनुभव करते हैं.
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