पहाड़ी इलाकों समेत उत्तर भारत में इस समय भीषण ठंडी पड़ रही है. हड्डी जमा देने वाली ठंड में लोग घरों से बाहर निकलने में कई बार सोच रहे हैं. उनकी इस चिंता के पीछे की वजह है ठंड की वजह से हो रही मौत और बीमारियां. दरअसल, विज्ञान कहता है कि अगर एक तय मानक से नीचे आपके शरीर का तापमान गिरा तो आपकी मौत हो सकती है. ठंड में कई लोग हार्ट अटैक का भी शिकार हो रहे हैं, हालांकि इसके पीछे वजह भी शरीर के गिरते तापमान को ही बताया जाता है. आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आखिर शरीर का तापमान कितना नीचे गिर जाता है कि इंसान की मौत हो जाती है.


कितने तापमान पर शरीर कमज़ोर पड़ने लगता है


जैसे ही आपके आसपास के वातावरण का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से नीचे गिरता है, आपके शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलने लगते हैं. दरअसल, इंसान की त्वचा पर कई तरह के सेंसर मौजूद होते हैं जो ठंड और गर्मी को महसूस कर उसे दिमाग तक पहुंचाते हैं और उसी की वजह से आपका पूरा शरीर हरकत करता है. जैसे ही इन सेंसर्स को तापमान 4 डिग्री से नीचे गिरता महसूस होता है यह दिमाग तक संकेत पहुंचा देती हैं कि अब स्थिति खराब होने वाली है और फिर शरीर ठंडा पड़ने लगता है, सिर दर्द करने लगता है और आपको बोलने में समस्या होने लगती है. कुछ देर बाद आप को सांस लेने में भी तकलीफ होने लगती है और फिर आप देखते-देखते हाइपोथर्मिया के शिकार हो जाते हैं.


हाइपोथर्मिया की वजह से हो जाती है मौत


जर्मन स्पोर्ट्स कॉलेज के योआखिम लाट्स इस मामले पर कहते हैं कि जब आप हाइपोथर्मिया के शिकार होते हैं तब आपके हाथ, पैर, बाजू और टांगों की ब्लड वेसल्स अकड़ने लगती हैं और फिर हमारे शरीर में मौजूद खून हमारी त्वचा को गर्मी देना बंद कर देता है. इसकी वजह से शरीर पूरी तरह से ठंडा पड़ जाता है और फिर अगर समय पर उसे सही गर्माहट या इलाज ना मिला तो इंसान की मौत हो जाती है.


तापमान कितना गिरेगा कि इंसान की मौत हो जाएगी


हमारे शरीर का तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस के आसपास होता है. अगर यह 30 डिग्री से नीचे गया या फिर 42 डिग्री से ऊपर गया तो इंसान की मौत हो सकती है. दरअसल, जैसे ही शरीर का तापमान 30 डिग्री से नीचे गिरता है तो शरीर के कई अहम अंग काम करना बंद कर देते हैं और ऐसी स्थिति में इंसान तुरंत बेहोश होकर गिर जाता है, जिसके बाद उसका दिल धड़कना बंद कर देता है और फिर इंसान की मौत हो जाती है.


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