एक्सपायरी डेट, बेस्ट बिफोर और यूज-बाय डेट... तीनों को मतलब एक नहीं है! ये काम की बात जरूर पढ़ लें
Do You Know: घर में रखी किसी चीज को खराब समझकर फेंकने से पहले एक बार एक्सपायरी डेट, बेस्ट बिफोर और यूज़-बाय डेट के बीच के अंतर को समझ लें.
आप जब भी मार्केट से कोई सामान खरीदते हैं तो उसकी Expiry Date जरूर देखते हैं कि आखिर कब तक उस सामान को यूज़ किया जा सकता है. चाहे वह किराने का कोई सामान हो सकता है, कोई फूड हो या फिर दवाईयां या ब्यूटी प्रोडक्ट. आपने गौर किया हो कि किसी पैकेट पर एक्सपायरी डेट लिखा होता है तो किसी पर बेस्ट बिफोर डेट और किसी पर यूज़-बाय डेट लिखी होती है. आमतौर पर लोगों को ज्यादातर एक्सपायरी डेट का पता होता है कि सामान को उसी दिन तक यूज कर सकते हैं. इसीलिए वो बेस्ट बिफोर डेट और यूज़-बाय डेट को भी उस प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट ही समझ लेते हैं. लेकिन, आपको ये पता होना चाहिए कि इन तीनों के बीच अंतर क्या है. क्योंकि इसकी जानकारी न होने पर कभी कभी आप भूल में अपना नुकसान भी कर बैठते हैं.
इन तीनों में कंफ्यूज होकर आप समझते हैं कि वो चीज अब खराब हो चुकी है और उसको इस्तेमाल नहीं करते या फेंक देते हैं. ऐसे में, आइए आज इन तीनों के बीच के अंतर को समझते हैं.
क्या होती है बेस्ट बिफोर डेट?
आपने देखा होगा कि कुछ प्रोडक्ट्स पर उनकी मैन्युफैक्चरिंग डेट लिखी होती है और साथ में लिखा होता है कि बेस्ट बिफोर 12 मंथ्स ऑफ मैन्युफैक्चरिंग या फिर कोई डेट लिखी होती है. किसी प्रोडक्ट पर लिखी बेस्ट बिफोर डेट वास्तव में उसका क्वॉलिटी इंडिकेटर है. इसका मतलब यह नहीं होता है कि उस डेट के बाद वो प्रोडक्ट सुरक्षित नहीं है. इसका मतलब होता है कि इस तारीख के बाद प्रोडक्ट के खाने का स्वाद, उसके पोषक तत्व, गंध आदि में अंतर आ सकता है.
आमतौर पर बेस्ट बिफोर डेट ड्राइड फ्रूड्स, फ्रोजन फूड्स और टिंड फ्रूड्स के पैकेट पर देखने को मिलती है. जरूरी नहीं कि इस तारीख के निकल जाने के बाद वह खाद्य पदार्थ सुरक्षित नहीं है, बल्कि यह आपको देखना होता है कि क्या यह इस्तेमाल करने लायक या खाने लायक बचा है या नहीं. इसका फैसला आपको गंध और स्वाद पर विश्वास करते हुए लेना होता है. इसलिए बेस्ट बिफोर डेट को एक्सपायरी डेट समझकर प्रोडक्ट को तुरंत न फेंके, क्योंकि अभी भी उसको इस्तेमाल करने का निर्णय आपको लेना है.
क्या होती है यूज़-बाय डेट?
यूज़-बाय डेट्स सेफ्टी से जुड़ा इंडिकेटर होती है. यूज़-बाय डेट उन फूड्स पर होता है जो जल्दी खराब हो सकते हैं जैसे रेडी-टू-ईट सैलेड, दूध या मीड प्रोडक्ट्स. इनके स्टोरेज को लेकर भी खास ख्याल रखना होता है. पैकेजिंग के निर्देशानुसार ही इनका स्टोरेज होना चाहिए. इस डेट के बाद आपको इस प्रोडक्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए भले ही वह हर तरह से अच्छा लग रहा हो. फिलहाल देश में सिर्फ ब्रेड, दूध व डेयरी के अन्य उत्पादों पर ही यूज़ बाय डेट छपी होती है. पैकेज्ड फूड के मामले में भारत एशिया का दूसरा सबसे बड़ा बाजार है.
क्या होती है एक्सपायरी डेट?
एक्सपायरी डेट के बारे में तो सभी जानते ही हैं, अगर किसी प्रोडक्ट पर एक्सपायरी डेट लिखी होती है तो उस डेट के निकलने के बाद वह प्रोडक्ट यूज करने लायक नही रहता है. इसीलिए अगर किसी प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट निकल जाए तो उसे इस्तेमाल न करना ही बेहतर होता है.
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