इस्लामिक फ्लैग (Islamic Flag) और पाकिस्तानी झंडे (Pakistani Flag) को लेकर सोशल मीडिया पर आए दिन बहस चलती है. आपको याद होगा कुछ दिनों पहले केरल के एक वायरल वीडियो पर सोशल मीडिया में बहस छिड़ी की इस वीडियो में शख्स पाकिस्तानी झंडा फहरा रहा है. हालांकि, जब इसको लेकर फैक्ट चेक किया गया तो मामला कुछ और ही निकला. दरअसल, जब इसे लेकर तमाम फैक्ट चेकर्स ने फैक्ट चेक किया तो पता चला कि ये फ्लैग पाकिस्तानी नहीं, बल्कि इस्लामिक है. तो चलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि आखिर पाकिस्तानी फ्लैग और इस्लामिक फ्लैग में अंतर क्या होता है?


पाकिस्तानी फ्लैग कैसा होता है


पाकिस्तान 14 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था. यानी भारत के आजादी के एक दिन पहले. पाकिस्तानी फ्लैग को आप जब ध्यान से देखेंगे तो उसमें आपको हरा और सफेग रंग दिखेगा. दरअसल, इस पूरे झंडे में एक सफेद रंग की पट्टी होती है जो झंडे में पीछे की तरफ होती है और वहीं झंडे का पूरा हिस्सा हरा होता है जिस पर एक चांद और एक सितारा बना होता है. वहीं इसका हरा रंग, इस्लामिक झंडे के हरे रंग से गहरा होता है और इसके साथ ही इस झंडे पर बना चांद और सितारा भी इस्लामिक झंडे से थोड़ा अलग होता है. 


कैसा होता है इस्लामिक झंडा?


इस्लामिक झंडा और पाकिस्तान का झंडा देखने में कुछ हद तक एक जैसा लगता है, इसलिए कई बार लोग इन दोनों में कन्फ्यूज हो जाते हैं. हालांकि, अगर आप ध्यान से देखेंगे तो ये दोनो झंडे एक दूसरे से बिल्कुल अलग दिखाई देते हैं. जैसे इस्लामिक झंडे में पाकिस्तानी झंडे की तरह कोई भी हरी पट्टी नहीं होती है. इसके साथ ही इसका हरा रंग पाकिस्तानी झंडे के हरे रंग से थोड़ा अलग होता है. वहीं इस झंडे पर बना चांद सितारा, पाकिस्तानी झंडे पर बने चांद सितारे से अलग होता है. दरअसल, पाकिस्तानी झंडे पर जो चांद सितारा बना होता है उसमें सितारा चांद के तिरछे ऊपर की ओर होता है और इसमें चांद का मुह झंडे की आगे कि ओर होता है. जबकि इस्लामिक झंडे में चांद का मुह झंडे के पीछे की ओर होता है, यानी डंडे की तरफ और यह चांद के बिल्कुल सीधे की ओर होता है.


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