फ्लाइट के टॉयलेट पर बैठने के बाद भूलकर भी न दबा देना वैक्यूम का बटन, हो जाएगी यह दिक्कत
फ्लाइट के टॉयलेट में जाने पर आप कई तरह की चीजें देखते हैं जो आमतौर पर नहीं होती हैं, लेकिन भूलकर भी आप फ्लाइट के टॉयलेट में वैक्यूम का बटन नहीं दबाना. चलिए जानते हैं क्यों.
हवाई यात्रा के दौरान हवाई जहाज के टॉयलेट का इस्तेमाल करना एक आम बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हवाई जहाज के टॉयलेट कैसे काम करते हैं? और अगर आपने गलती से वैक्यूम बटन दबा दिया तो क्या होगा? चलिए जानते हैं.
कैसे काम करते हैं हवाई जहाज के टॉयलेट?
हवाई जहाज के टॉयलेट जमीन पर मौजूद टॉयलेट से काफी अलग होते हैं. इनमें पानी के बजाय वैक्यूम सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है. जब आप फ्लश करते हैं तो वैक्यूम सिस्टम सारी गंदगी को एक खास टैंक में खींच लेता है. इस टैंक को नियमित रूप से खाली किया जाता है.
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क्या है वैक्यूम फ्लशिंग सिस्टम?
फ्लाइट के टॉयलेट्स में आमतौर पर वैक्यूम फ्लशिंग सिस्टम इस्तेमाल किया जाता है. यह सिस्टम पानी के बजाय वैक्यूम (सक्शन) का उपयोग करता है. इसका मतलब है कि टॉयलेट से गंदगी को खींचने के लिए पानी नहीं, बल्कि हवा का दबाव इस्तेमाल होता है. यह तरीका फ्लाइट में जगह की कमी और पानी बचाने के लिए बहुत उपयोगी होता है.
वहीं जब आप फ्लाइट के टॉयलेट का इस्तेमाल करते हैं, तो टॉयलेट के एक बटन को दबाना पड़ता है, जिसे वैक्यूम बटन कहा जाता है. इसे दबाने पर फ्लाइट के टॉयलेट सिस्टम में लगी वैक्यूम तकनीक गंदगी को बाहर खींच लेती है और टॉयलेट को साफ कर देती है. इस बटन को दबाना जरूरी होता है, ताकि सफाई का काम ठीक से हो सके.
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फ्लाइट के टॉयलेट पर बैठे हुए क्यों नहीं दबाना चाहिए वैक्यूम बटन?
कहा जाता है कि विमान के टॉयलेट में सीट से उठकर और उसे बंद करके ही वैक्यूम बटन दबाना चाहिए. इससे हवा के दबाब में अंदर की गंदगी बाहर आने का खतरा रहता है, इसके अलावा वैक्यूम के खिंचाव से आपको भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
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