Snake Bite: सांप धरती के उन जीवों में से है, जिसको सामने देखकर किसी के भी हाथ-पैर फूल जाएं. इनके जहरीले होने के कारण, ऐसा होना लाज़मी भी है. वैसे सांप की सभी प्रजातियां जहरीली नहीं होती हैं. अगर किसी को सांप काट ले तो दहशत में उसके होश खराब हो जाते हैं. वैसे सांप ज्यादातर अपने बचाव में ही काटता है, लेकिन एक अध्ययन में पाया गया है कि दुनिया भर में तापमान बढ़ने का संबंध सांप काटने की घटनाओं से भी हो सकता है. इस अध्ययन में बताया गया है कि तापमान में इजाफे का संबंध सांपों की बढ़ती सक्रियता के साथ है.


क्या सांप काटने का तापमान से कोई संबंध है?


क्या इंसान और सांप के रिश्ते के अलावा भी उनका नाता जलवायु परिवर्तन से है? यानी क्या मौसम में बदलाव और इंसानों और सांपों के बीच होने वाले सामरिक संपर्क में कोई संबंध है? यदि आपको यह सवाल अजीब लग रहा है, तो आपको इस ताजा अध्ययन के नतीजों पर ध्यान जरूर देना चाहिए. इस अध्ययन के अनुसार, कटिबंधीय क्षेत्रों में जहां सांप अधिक पाए जाते हैं, रोजाना एक डिग्री तापमान की बढ़ोत्तरी भी सांप के कांटने की घटनाओं में 6 फीसदी इजाफा कर देती है.


सांप के काटने का प्रभाव अत्यंत घातक और जानलेवा हो सकता है. अमेरिका के जॉर्जिया राज्य में जलवायु परिवर्तन के कारण गर्मी बढ़ रही है और यहां की सांपों के काटने की घटनाओं में जहरीले सांपों की बढ़ती घटनाएं देखी जा रही हैं. इस चेतावनीपूर्ण बात का खुलासा ज्योहेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में हुआ है.


हर साल 50 लाख लोगों को सांप काटते हैं


जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया का तापमान बढ़ रहा है और इसके साथ ही सामान्यतः शांतिपूर्ण सांपों में भी वृद्धि हो रही है, जो गर्म मौसम में अधिक सक्रिय होने लगे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, हर साल दुनिया भर में लगभग 50 लाख लोग सांप काटने की घटना का शिकार होते हैं और इसकी वजह से लगभग एक लाख 38 हजार लोग मर जाते हैं. इस बारे में स्कोवरोनिक का कहना है कि हम अभी तक नहीं जानते कि क्या तापमान में हुए बदलाव से मौसम में इंसान और सांपों के बीच जुड़ी गतिविधियों में कोई परिवर्तन लाता है.


गर्मियों में ज्यादा होती हैं ये घटनाएं


जॉर्जिया राज्य को सांपों का हॉटस्पॉट माना जा सकता है, क्योंकि यहां सांपों की विभिन्न प्रजातियों की बहुतायत है. इसी कारण से शोधकर्ताओं के लिए यह अमेरिकी राज्य अध्ययन के लिए आदर्श माना जाता है. स्कोवरोनिक और उनकी टीम ने इस राज्य के अस्पतालों के 2014 से 2020 तक के रिकॉर्ड खंगाले. उन्होंने मामलों की तारीखों को दैनिक मौसमी रिपोर्ट के साथ मिलाकर तुलना की और देखा कि सांप के काटने की घटना और अधिकतम तापमान के बीच एक संबंध है. उन्होंने साप्ताहिक और मासिक तौर पर भी ऐसा ही अध्ययन किया. शोधकर्ताओं ने जाना कि गर्मियों में सांप के काटने की घटनाएं सबसे अधिक होती हैं. 


सांप के काटने का तापमान बढ़ने से संबंध स्पष्ट नहीं


माना जाता है कि वसंत में सांप अधिक सक्रिय होते हैं और प्रजनन करते हैं, जबकि गर्मी में उनकी गतिविधियां थोड़ी सुस्त या धीमी हो जाती हैं. शोधकर्ताओं ने जोर दिया है कि उनका अध्ययन भविष्य के लिए कोई पूर्वानुमान नहीं करता है और न ही यह दावा करता है कि तापमान बढ़ने से जॉर्जिया के अस्पतालों में सांप काटने के मामले बढ़ जायेंगे. 


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