सर्वे: लड़कियों के जीवन का एक साल ये सोचने में चला जाता है कि आज उन्हें पहनना क्या है?
जी हां, एक रिसर्च में सामने आया है कि लड़कियां अपनी लाइफ का एक साल इस सवाल का जवाब सोचने में पूरा कर देती है कि उन्हें आज क्या पहनना है. तो जानते हैं हर रोज उनका कितना टाइम खराब होता है.
अक्सर कहा जाता है कि महिलाएं अपने कपड़ों, ड्रेस, गेटअप, आउटफिट या अपने अपेरियंस का ज्यादा ध्यान रखता है. हर रोज कॉलेज या ऑफिस जाने से लेकर किसी भी पार्टी में हिस्सा लेने तक, लड़कियां इस बात पर काफी ध्यान देती हैं कि उन्हें क्या पहनना है और कैसा दिखना है. ये बात कई रिसर्च में भी सामने आ चुकी है. एक बार एक रिसर्च में सामने आया था कि महिलाएं अपने जीवन का एक साल तो सिर्फ एक सवाल का जवाब ढूंढ़ने में पूरा कर देती हैं कि उन्हें क्या पहनना है.
जी हां, लड़कियां हर रोज अपने दिन में काफी लंबे समय तक यह सोचती हैं कि उन्हें क्या पहनना है और पूरे जीवन भर का हिसाब लगाया जाए तो यह करीब एक साल हो सकता है. तो जानते हैं कि आखिर इस रिसर्च में किस तरह की बातें सामने आई हैं...
क्या कहती हैं रिसर्च?
अगर रिसर्च की बात करें तो इस रिसर्च में कहा गया है कि महिलाएं अपनी लाइफ का करीब एक साल इस बात का जवाब ढूंढने में निकाल देती हैं कि आखिर उन्हें क्या पहनना है. इस सर्वे में 2491 महिलाओं को शामिल किया गया था और उन्होंने बताया कि महिलाएं ऑफिस, नाइट आउट, डिनर पार्टी, हॉलीडे, पार्टी, जिम आदि में जाने के लिए कपड़ों के बारे में काफी कुछ सोचती हैं. इसमें सामने आया कि महिलाएं 287 दिन कपड़े चुनने में पूरे कर देती हैं.
इस सर्वे पर रिसर्च करने वाले लोगों का कहना है कि सबसे ज्यादा टाइम शुक्रवार या शनिवार या फिर छुट्टियों के वक्त पहनने वाले कपड़ों को लेकर व्यतीत किया जाता है. उनके अनुसार, महिलाएं हर हफ्ते सुबह करीब 16 मिनट यह तय करने में लगाती हैं कि क्या पहनना है और शनिवार या रविवार की सुबह को लेकर करीब 14 मिनट लेती हैं.
टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट में इस सर्वे के प्रवक्ता के लेकर कहा है, "आप जो पहनते हैं उसका सीधा प्रभाव पड़ता है कि आप अपने बारे में कैसा महसूस करते हैं और इस वजह से एक महिला अपने पहनावे में असाधारण महसूस करती है. किसी भी अवसर पर आपके कपड़े एक छवि पेश करते हैं और हम समझते हैं कि यह महिलाओं के लिए काफी अहम है. इस सर्वे में 16 से 60 साल तक की महिलाओं को शामिल किया गया था.
इस रिपोर्ट में सामने आया है कि ज्यादातर महिलाएं वीकेंड की रात को बाहर जाने से पहले यह तय करने में करीब 20 मिनट खर्च करती हैं कि आखिर उन्हें क्या पहनना है. इसके अलावा छुट्टियों पर क्या पहनना है, इसे लेकर महिलाएं हर बार 52 मिनट खराब करती हैं. हर छुट्टी से पहले 10 मिनट यह तय करने में लग जाते हैं कि शाम और सुबह क्या पहनना है. इसके साथ ही जब कोई फेस्टिवल होता है तो महिलाएं हर बार करीब 36 मिनट अपने कपड़ों के चयन में लगाती हैं.
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