अमेरिका का शहर लॉस एंजिल्स हॉलीवुड के कारण पूरी दुनिया में मशहूर है. ये शहर अपनी खूबसूरती के कारण भी जाना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लॉस एंजिल्स का शहर का पूरा नाम क्या है. बता दें कि लॉस एंजिल्स का पूरा नाम कोई आदमी आसानी से नहीं ले सकता है.
ओलंपिक
पेरिस ओलंपिक 2024 का समापन हो चुका है. अब अगला ओलंपिक वर्ष 2028 में अमेरिका के शहर लास एंजिल्स में होंगा. अब इस शहर में हॉलीवुड है, तो ओलंपिक 2028 में भी हॉलीवुड का तड़का लगेगा. बता दें कि इससे पहले इस शहर में 1984 और 1932 में भी ओलंपिक खेल हो चुके हैं. लॉस एंजिल्स ओलंपिक का उद्घाटन समारोह 14 जुलाई 2028 को होगा, जबकि समापन समारोह दो सप्ताह बाद 30 जुलाई को होगा.
लॉस एंजिल्स
लॉस एंजिल्स को अमेरिका में सबसे खराब यातायात वाले शहरों में एक माना जाता है. इसकी खराब परिवहन प्रणाली की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की जाती है. माना जा रहा है कि ओलंपिक से पहले ये शहर अपनी यातायात व्यवस्था में कुछ सुधार जरूर करेगा. इसके अलावा लॉस एंजिल्स अमेरिका में बेघर लोगों की सबसे अधिक संख्या वाले शहरों में भी है. हालांकि यहां एफिल टॉवर या पैलेस ऑफ वर्सेल्स जैसे ऐतिहासिक स्थल नहीं हैं, फिर भी शहर का अपना आकर्षण है.
लॉस एंजिल्स में कितने भारतीय
बता दें कि 2020 की जनगणना के मुताबिक लॉस एंजिल्स शहर में 201,538 भारतीय अमेरिकी रहते थे. अमेरिका के किसी शहर में रहने वाली ये भारतीयों की तीसरी बड़ी आबादी है. लॉस एंजिल्स से लगभग 15 मील दक्षिण-पूर्व में स्थित एक छोटा सा शहर आर्टेसिया, "लिटिल इंडिया" के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह न्यूयॉर्क शहर के बाद देश में दूसरी सबसे बड़ी जातीय भारतीय आबादी का घर है.
लॉस एंजिल्स का पूरा नाम
लॉस एंजिल्स अमेरिका के सबसे मशहूर शहरों में एक है. क्या आप जानते हैं कि इसे मूल रूप से कुछ और कहा जाता था? इसे पहले "एल पुएब्लो डे नुएस्ट्रा सेनोरा ला रीना डे लॉस एंजेल्स डेल रियो डी पोर्सियुनकुला " कहा जाता था. जी हां, ये नाम इतना लंबा है कि इसे कोई आम आदमी याद नहीं कर सकता है. हिंदी में अगर अनुवाद करेंगे तो इसका मतलब है "पोर्सियुनकुला नदी पर स्वर्गदूतों की रानी हमारी महिला का शहर". लेकिन बाद में बस इस नाम के दो शब्द ही लॉस एंजिल्स के तौर पॉपुलर हुए थे और फिर यही नाम है.
बौद्ध धर्म के लोग
लॉस एंजिल्स में दुनिया में बौद्ध संप्रदायों की सबसे विविध आबादी भी है. 184 से ज़्यादा बौद्ध केंद्रों में 91,700 अनुयायी यहां अभ्यास करते हैं. ये दुनिया के सबसे ज़्यादा आबादी वाले बौद्ध क्षेत्रों में एक है. शहर की बौद्ध आबादी जातीय रूप से विविधतापूर्ण है, जिसमें जापानी, चीनी, थाई, कम्बोडियन और कोरियाई बौद्ध परंपराओं के प्रतिनिधि रहते हैं.
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