क्या आप जानते हैं क्यों उल्टी बहती है नर्मदा नदी? बहुत कम लोग जानते हैं ये कहानी
गुजरात और मध्य प्रदेश की मुख्य नदी नर्मदा के धारा के विपरीत बहने के पीछे सबसे बड़ी वजह रिफ्ट वैली है. रिफ्ट वैली का मतलब होता है नदी का बहाव जिस दिशा में होता है, उसका ढलान उसके विपरीत दिशा में हो.
नदियों को लेकर आपने एक कहावत जरूर सुनी होगी कि अगर आपको नदी में आगे बढ़ना है और डूबने से बचना है तो उसकी धारा के विपरीत मत तैरो. लेकिन क्या हो जब एक नदी ही उल्टी बहने लगे. आपको बता दें भारतीय समाज में नदियों का बहुत बड़ा योगदान है. इस देश में नदियों की पूजा भी होती है. जिस नदी की हम बात कर रहे हैं, उसकी भी पूजा होती है. लोग उसे मां कह कर पुकारते हैं. लेकिन ये भारत की इकलौती नदी है जो उल्टी बहती है. अब उल्टी बहने का अर्थ है कि जहां एक तरफ देश की ज्यादातर नदियां पश्चिम से पूर्व की ओर बहते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं, वहीं नर्मदा नदी अपनी धारा के विपरीत पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है और अरब सागर में जा कर गिरती है.
धारा के विपरीत क्यों बहती है नदी
हम जिस नदी की यहां बात कर रहे हैं, वो है नर्मदा नदी. नर्मदा नदी भारत के दो बड़े राज्यों गुजरात और मध्य प्रदेश की मुख्य नदी है. दरअसल, अपनी धारा के विपरीत बहने वाली नदी नर्मदा अन्य नदियों के मुकाबले एक दम अलग है, एक तरफ जहां देश की ज्यादातर नदियां पश्चिम से पूर्व की ओर बहते हुए बंगाल की खाड़ी में गिरती हैं, वहीं नर्मदा नदी अपनी धारा के विपरीत पूर्व से पश्चिम की ओर बहती है और अरब सागर में जा कर गिरती है.
अपनी धारा के विपरीत क्यों बहती है नर्मदा
बहुत से लोग इसके पीछे कई तरह की धार्मिक वजहें बताते हैं. हालांकि, यह उनकी आस्था का विषय है इसलिए हम उसपे ना बात करके आपको इसके पीछे की वैज्ञानिक वजह बतात हैं. दरअसल, गुजरात और मध्य प्रदेश की मुख्य नदी नर्मदा के धारा के विपरीत बहने के पीछे सबसे बड़ी वजह रिफ्ट वैली है. रिफ्ट वैली का मतलब होता है नदी का बहाव जिस दिशा में होता है, उसका ढलान उसके विपरीत दिशा में हो. इसी ढलान की वजह से नर्मदा नदी का बहाव पूर्व से पश्चिम की ओर है. यह नदी मैखल पर्वत के अमरकंटक के शिखर से निकलती है और अरब सागर में जाकर गिरती है.
इसके पीछे की धार्मिक कहानी क्या है
धार्मिक एंगल से इसे देखेंगे तो आपको इसके पीछे एक लोकप्रिय कहानी मिलेगी. जिसके अनुसार, नर्मदा नदी के धारा के विपरीत बहने के पीछे एक पौराणिक कहानी है. कहते हैं कि नर्मदा नदी का विवाह सोनभद्र से तय हुआ था, लेकिन नर्मदा की सहेली जोहिला के कारण दोनों के बीच दूरियां आ गईं और इससे क्रोधित हो कर नर्मदा ने आजीवन कुंवारी रहने का फैसला किया और धारा के विपरीत बहने का निर्णय लिया.
ये भी पढ़ें: ये थी दुनिया की सबसे महंगी फाइट... जिसमें जीतने वाले को मिले 1800 करोड़ और हारने वाले को 1000 करोड़ से ज्यादा