सांप को दुनिया का सबसे खतरनाक और जहरीला जानवर माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ सांप रंग बदलते हैं. जी हां, आज हम आपको बताएंगे कि आखिर सांप कैसे रंग बदलते हैं और किस प्रजाति के सांपों में रंग बदलने की शक्ति होती है.


सांप


सांप का जिक्र होने पर हर किसी के दिमाग में सबसे पहले यही सवाल आता है कि सांप का जहर खतरनाक होता है. लेकिन समाज में सभी सांपों में रंग बदलने की शक्ति को लेकर भी कई मिथक और भ्रांतियां फैली हुई हैं. अब सवाल ये है कि क्या वास्तव में सांप रंग बदल सकते हैं? आज हम आपको बताएंगे कि आखिर सांप कैसे रंग बदलते हैं. 


वैज्ञानिक दृष्टिकोण


खरगोन के स्नेक कैचर एवं स्नैक एक्सपर्ट महादेव पटेल के मुताबिक कुछ सांपों में रंग बदलने की क्षमता होती है, लेकिन यह क्षमता गिरगिट जैसी स्पष्ट और त्वरित नहीं होती है. उनके मुताबिक रंग बदलने की क्षमता सांपों में उनके वातावरण, तापमान, स्वास्थ्य और भावनात्मक स्थिति के अनुसार होती है. लेकिन सभी सांप में ऐसा नहीं होता है. गिरगिट को आपने देखा होगा कि वो तुरंत अपना रंग बदलकर खुद छिपाने का प्रयास करता है, लेकिन सांप के साथ ऐसा नहीं होता है. सांप अलग-अलग स्थिति में ही रंग बदल सकता है, वो हल्का और गहरा रंग. 


शिकारियों से बचने के लिए


सांप अपने पर्यावरण के अनुसार हल्का या गहरा रंग बदल सकते हैं. यह उन्हें शिकारियों से छिपाने और शिकार करने में मदद करता है. तापमान में बदलाव के साथ भी सांपों का रंग बदल सकता है. ठंडे मौसम में सांपों का रंग गहरा हो सकता है, जिससे वे अधिक गर्मी अवशोषित कर सकते हैं. वहीं बीमार या तनावग्रस्त सांपों का रंग भी बदल सकता है.


कौन से सांप बदलते हैं रंग 


बता दें कि कुछ सांप जैसे कि गार्टर स्नेक, ब्रॉन्ज बैक और वाइन स्नेक में हल्का रंग बदलने की क्षमता होती है. लेकिन यह परिवर्तन अधिकतर धीमा और सूक्ष्म होता है. हालांकि सांपों को लेकर सामाजिक मिथक है कि सांप बदला लेने के लिए रंग बदल सकते हैं या दुश्मनों को धोखा देने के लिए रंग बदल सकते हैं. कुछ जगहों पर ये भी मिथक प्रचलित है कि सांप बदला लेने के लिए मरने के बाद भी आते हैं. लेकिन वैज्ञानिकों के मुताबिक ये तथ्य बिल्कुल गलत है. सांप सिर्फ कुछ स्थितियों में ही रंग बदल सकते हैं.


ये भी पढ़ें: क्या कड़कनाथ मुर्गे का खून पिया जा सकता है? जानें क्या है इसका जवाब