क्या इंसानों की तरह जानवरों पर भी होता है शराब का असर? जान लीजिए जवाब
शराब का सेवन जानवरों के बीच भी काफी सामान्य बात है. आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस शराब को इंसान पीते है, यानि एथेनॉल, वो हमारी प्रकृति में काफी संख्या में मौजूद है, लेकिन यह बनती कैसे है?
Does Alcohol Affect Animals: आपने अक्सर इंसानों को शराब के नशे में झूमते देखा होगा? इंसान शराब पीने के बाद अपना होशों-हवाश गवां देता है, लेकिन क्या जानवरों के साथ भी ऐसा होता है? क्या इंसानों की तरह जानवर पर भी शराब का नशा होता है? दरअसल कई जानवर अनजाने में ही सही लेकिन शराब का सेवन कर लेते हैं. ऐसा नहीं है कि ये जानवर बोतल खोलकर जाम छलकाते हैं, बल्कि प्रकृति ने इनके लिए ऐसी स्थितियां तैयार की है, जिससे जानवरों को शराब पीने का अनुभव मिल जाता है.
शराब का सेवन जानवरों के बीच भी काफी सामान्य
हालिया रिपोर्ट्स की मानें तो शराब का सेवन जानवरों के बीच भी काफी सामान्य बात है. आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस शराब को इंसान पीते है, यानि एथेनॉल, वो हमारी प्रकृति में काफी संख्या में मौजूद है, लेकिन यह बनती कैसे है? दरअसल यह प्रकृति में तब बनती है, जब फलों में मौजूद शक्कर, खमीर से होकर फर्मेंटेशन से गुजरते हैं. ऐसा माना जा रहा है कि खमीर पिछले तकरीबन 10 सालों से एथेनॉल बना रहा है.
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जानवर शराब की ओर आकर्षित क्यों होते हैं?
शोध के मुताबिक, कई जानवरों के शरीर में शराब को पचान के खास एंजाइम होते हैं, जो उन्हें इसे बेहतर तरीक से संभालने में मदद करते हैं, तो कुछ जानवर जैसे चिपैंजी, गोरिल्ला में इंसानों जैसे जीन पाए जाते हैं. जिससे उसके पेट में एक खास एंजाइम को मजबूत बनाता है. अब सवाल है कि जानवर शराब की ओर आकर्षित क्यों होते हैं? ऐसा माना जाता है कि इनके पास उस वक्त खाने के लिए इससे अच्छा विकल्प मौजूद नहीं होता है. हालांकि, अब तक इस पर कोई खास शोध नहीं हुआ है.
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'जानवरों के दिमाग में अल्कोहल पहुंचता है तो डोपामाइन की मात्रा बढ़ जाती है'
इसके अलावा वैज्ञानिकों का मानना है कि जानवरों के शराब पीने का एक संभावित कारण उनके मस्तिष्क में उत्पन्न होने वाली डोपामाइन है. दरअसल डोपामाइन एक न्यूरोट्रांसमीटर है जो खुशी में सुख का अहसास कराता है. इस तरह जब जानवरों के दिमाग में अल्कोहल पहुंचता है तो डोपामाइन की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे उन्हें खुशी का अनुभव होता है.
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