ज्यादातर लोग दिन की शुरुआत चाय से करते हैं. चाय पीना फायदेमंद है या फिर नुकसानदायक इसपर काफी लंबे समय से बहस चल रही है. वहीं इसपर हुई रिसर्च में भी मिले-जुले परिणाम सामने आए हैं. कई लोगों को दिनभर में कई बार चाय की लत लगती है. बिना चाय के उनके सिर में दर्द होने लगता है और बैचेनी महसूस होती है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर चाय पीने की लत लग कैसे जाती है? चलिए जानते हैं.


कैसे लग जाती है चाय पीने की लत?


चाय में कैफीन पाई जाती है. कैफीन आदत बनाने वाला उत्तेजक है, यही कारण है कि चाय या कॉफी पीने की आपको बार-बार इच्छा होती है. ऐसे में समय पर चाय न मिलने से सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, हृदय गति में वृद्धि और थकान जैसी दिक्कतें भी होने लगती हैं. एक तरह से उन्हें चाय का नशा हो जाता है. एक महीने तक चाय-कॉफी जैसी कैफीन वाली चीजों से दूरी बना लेने से कैफीन की लत भी समय के साथ कम होने लग जाती है.


चाय में होती है एसिड बनाने की क्षमता


बता दें चाय को भले ही हम बड़े चाव से पिएं लेकिन चाय एसिडिक नेचर की होती है. यानी चाय के पीने से पेट में एसिड का प्रोडक्शन बढ़ सकता है. यदि पहले से ही पेट में एसिड ज्यादा होगा तो चाय इस एसिड को और ज्यादा बढ़ा सकती. वहीं चाय का पीएच वैल्यू 7 से नीचे होता है. सामान्य ब्लैक टी में 4.9 से 5.5 तक होती है. पीएच वैल्यू 7 से जितना नीचे होगा एसिडिक नेचर उतना ही ज्यादा होगा. ऐसे में जब चाय का एसिडिक नेचर ज्यादा होगा तो वो पेट में उतना ही ज्यादा एसिड बनाएगी. इससे कई तरह की गंभीर बीमारियां भी लग सकती है. इसलिए कहा जाता है कि चाय का ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए.                                                                                                                                              


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