Does fog affect the speed of metro: आपने अक्सर सुना होगा कि कोहरे का असर ट्रेनों पर हो रहा है. इस वजह से ट्रेनें अक्सर लेट हो जाती हैं, लेकिन क्या ट्रेनों की तरह ही मेट्रो पर भी कोहरे का असर होता है? क्या कोहरे की वजह से मेट्रो की रफ्तार धीमी पड़ती है? दरअसल आपको जानकर हैरानी होगी कि ट्रेनों की तरह ही मेट्रो पर भी कोहरे का असर होता है. भारत में जिस तरह ट्रेनें कोहरे की वजह से लेट होती हैं, उसी तरह मेट्रो को भी कोहरे का शिकार होना पड़ता है. मेट्रो पर कोहरे और धुंध का असर होता है.
फॉग पास डिवाइस का होता है इस्तेमाल, लेकिन...
लेकिन क्या आप जानते हैं कोहरे में ट्रेनों को सही समय और सुरक्षित तरीके से चलाने के लिए किस तकनीत का इस्तेमाल किया जाता है? दरअसल कोहरे में ट्रेनों को सही समय और सुरक्षित तरीके से चलाने के लिए फॉग पास डिवाइस का इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा कोहरे से सुरक्षा के लिए रेलवे लोको पायलटों को इंजन में इस्तेमाल के लिए कोहरे से सुरक्षा के लिए उपकरण मुहैया कराता है. भारतीय रेलवे ने कोहरे के मौसम में सुचारू रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए पहले ही 19,742 फॉग पास डिवाइस का प्रावधान किया है.
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बताते चलें कि ट्रेन का संचालन ड्राइवर और कंट्रोल सिस्टम के आपसी कॉर्डिनेशन से होता है. कई चीजें कंट्रोल रूम से तो कई चीजें ड्राइवर की ओर से कंट्रोल की जाती है, लेकिन इसके बावजूद कोहरे में ड्राइवर को काफी दिक्कत होती है.
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कोहरे में विजिबिलिटी कम हो जाती है और ड्राइवर को ट्रैक देखने में मुश्किल होती है. इससे सुरक्षा के कारण ट्रेनें धीमी गति से चलाई जाती है और ट्रेन लेट हो जाती है. कोहरे में इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलिंग सिस्टम में भी दिक्कत हो जाती है और दूर से सिग्नल ना देख पाने की वजह से कमांड काफी लेट देने पड़ते हैं और ट्रेन लेट हो जाती है.
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