Dog Population: प्राचीन समय समय से ही कुत्ता इंसानों का सबसे वफादार जानवर रहा है. इसके प्रमाण कश्मीर स्थित बुर्जहोम (‌Burzahom) से भी मिलते हैं, जहां आज से कई हजार साल पहले एक इंसानी कब्र में उसके साथ उसके प्रिय जानवर को दफनाया गया था. इससे पता चलता है कि कुत्तों के साथ इंसानों का भावनात्मक लगाव आज से नहीं बल्कि हजारों साल से है और तभी से कुत्ते इंसानों के वफादार साथी बने हुए हैं. 


लेकिन अब आज के समय में इस जानवर को पालने के लिए कुछ नियम बनाए गए है. अपने इस आर्टिकल के जरिए हम आपको कुत्तों को पालने संबंधी नियम और साथ ही उनकी आबादी भी बताएंगे-


भारत में कितनी है कुत्तों की आबादी


पिनकीन नाम की एक वेबसाइट के अनुसार भारत में 1 करोड़ 2 लाख से ज्यादा पालतू कुत्ते हैं. अनुमान है कि साल 2023 तक पालतू कुत्तों की संख्या 3 करोड़ 10 लाख के आसपास हो जाएगी. गौरतलब है कि भारत में कुत्ते सबसे आम पालतू जानवर हैं. 


इतनी है बेघर कुत्तों की संख्या


भारत में कुत्तों की बहुत बड़ी संख्या बेघर है जिन्हें आवारा कुत्ते कहते हैं. पेट होमलेसनेस के द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार लगभग 62 मिलियन यानी कि 6 करोड़ से ज्यादा आवारा कुत्ते भारत में हैं.


भारत में कुत्ते पालने के नियम


अगर कोई कुत्ता पालना चाहता है तो उसके लिए खास नियम है. एनिमल वेलफेयर बोर्ड के द्वारा कुत्ता पालने के नियम बनाए गए हैं. इसके अलावा जानवरों के प्रति 'क्रूरता रोकथाम संबंधी अधिनियम' 1960 की धारा 11(3) में भी इसके लिए खास प्रावधान किए गए हैं.


अगर इन प्रावधानों पर सामान्य तौर पर नजर डालें तो पाते हैं कि कुत्तों जैसे पालतू जानवर अगर किसी तरह से संक्रमित नहीं हैं और किसी नगर निगम या नगर पालिका के कानून का उल्लंघन नहीं करते हैं तो वह किसी सोसायटी में रह सकते हैं. हां यह जरूरी है कि उनसे किसी को खतरा न हो और वह किसी अन्य के लिए परेशानी का सबब न बने. 


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