Dog Temple In India: भारत में मंदिरों की भरमार है. सभी की अपनी-अपनी मान्यता है. आपने आज तक देवी-देवताओं के मंदिर ही देखे होंगे. लेकिन, यूपी के झांसी जिले में एक ऐसा अजीबोगरीब मंदिर है, जिसका नाम 'जय कुतिया महारानी मां' है. गांव का हर शख्स यहां माथा जरूर टेकता है. स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मंदिर को सालों पहले स्थापित किया गया था और आज भी यह मंदिर झांसी में मौजूद है. गांव के लोग यहां रोजाना जल चढ़ाते हैं और कुतिया महारानी को भोग लगाने के बाद उनका आशीर्वाद लेते हैं. यह नजारा देखकर हो सकता है कुछ पल के लिए आप हैरत में आ जाएं, लेकिन जो भी यहां पहली बार आता है वह इस मंदिर को देखने और यहां की कहानी सुनने जरूर जाता है. 


यहां है यह मंदिर


भारत अपनी विभिन्न संस्कृति व धार्मिक विरासत के लिए दुनियाभर में जाना जाता है. उत्तर प्रदेश में झांसी के मऊरानीपुर तहसील में स्थित कुतिया माता मंदिर के बारे में गांव के लोग बताते हैं कि जिस घर में भी कार्यक्रम होता था, ये कुतिया वहां पर खाना खाने पहुंच जाया करती थी. यह मऊरानीपुर के गांव रेवन व ककवारा में रहती थी. एक बार रेवन गांव में कार्यक्रम हुआ और कुतिया जब वहां पहुंची तो खाना खत्म हो चुका था. इसके बाद जब कुतिया गांव पहुंची तो वहां भी उसे खाना नहीं मिला. जिस वजह से वह भूख से तड़प कर मर गई. गांव वालों को जब इसकी जानकारी मिली तो सभी को बहुत दुख हुआ.


दोनों गांव वालों ने मिलकर कुतिया को दोनों गांवों की सीमा पर दफना दिया. कुछ दिनों बाद इस जगह पर सफेद चबूतरा बनवाया गया और कुतिया की मूर्ति लगवा दी गई. तब से सब लोग कुतिया महारानी की पूजा करने लगे और आज तक यह परंपरा चल रही है.


पहले कुतिया महारानी को लगाते हैं भोग


आज अगर गांव में कुछ भी कार्यक्रम होता है तो लोग सबसे पहले कुतिया महारानी को ही भोग लगाने आते हैं. बताया जाता है कि दोनों गांवों में अगर कोई भी कार्यक्रम होता है तो उसमें कुतिया महारानी के सामने एक निमंत्रण के तौर पर मांगलिक कार्यक्रमों का कार्ड चढ़ाया जाता है. इस मंदिर से कई गांवों के लोगों की आस्था जुड़ी हुई है.


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