आप लगभग हर रोज ईरान और इजरायल युद्ध की खबर पढ़ते और सुनते होंगे. लेकिन आज हम आपको ईरान के एक ऐसे राजा के बारे में बताने वाले हैं, जिन्होंने ईरान को आधुनिक देश बनाया था. जानिए कौन थे वो राजा और उनका क्या नाम था.
ईरान
ईरान के लोग अपने पुराने राजा को आज फिर याद कर रहे हैं. करीब 38 सालों तक ईरान के राजा रहे मुहम्मद रज़ा पहलवी को वहां के लोग आज भी नहीं भूले हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि उन्होंने ईरान को दुनिया के सबसे आधुनिक देशों में शुमार करा दिया था. उस वक्त वहां की महिलाएं आजाद और आधुनिक जीवनशैली थी. हालांकि 1979 की इस्लामिक क्रांति के बाद उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ा था. इसके बाद से ही ईरान का माहौल धीरे-धीरे बदल गया था.
इस्लामिक क्रांति
बता दें कि ईरान के राजा रहे मुहम्मद रज़ा पहलवी की मौत इस्लामिक क्रांति के कुछ ही समय बाद 27 जुलाई 1980 को 60 साल की उम्र में हो गई थी. उस वक्त क्रांति के समय ही उन्होंने परिवार समेत देश छोड़ दिया था. इसके बाद उनका परिवार कभी वापस ईरान नहीं लौटा है. जानकारी के मुताबिक रज़ा पहलवी की तीन पत्नियों से 5 संतानें हुई थी. इनमें से दो की मौत हो चुकी है. वहीं पांच संतानों में तीन बेटियां और दो बेटे थे. एक बेटी और एक बेटे की मौत 2001 और 2011 में हो चुकी है. आज हम आपको बताएंगे कि वर्तमान में ईरान के शाह के पूरे परिवार की क्या स्थिति है.
राजा का परिवार
जानकारी के मुताबिक रज़ा पहलवी ईरान के राजा मुहम्मद रज़ा पहलवी की दूसरी संतान हैं. वो वर्तमान समय में पहलवी घराने के वारिस हैं और अमेरिका में रहते हैं. रज़ा पहलवी ने अमेरिका में नेशनल काउंसिल ऑफ ईरान की स्थापना की हुई है. ईरान की इस्लामिक सरकार के सबसे बड़े आलोचकों में से एक हैं. अपनी वेबसाइट पर उन्होंने लिखा है कि ईरान को लोकतांत्रिक देश बनाने की जरूरत है. इसके अलावा मानवाधिकारों में छूट देने की आवश्यकता है. उन्होंने ईरान में लोकतंत्र के भविष्य को लेकर किताब भी लिखी है, जिसका नाम Winds of Change: The Future of Democracy in Iran है. बता दें कि रज़ा ने साल 1985 में यास्मिन एतेमाद अमीनी से शादी की थी. दोनों को तीन बेटियां हैं.
इसके अलावा शहनाज पहलवी ईरान के शाह की सबसे बड़ी संतान हैं. वो ईरान के शाह की पहली बीवी की इकलौती औलाद हैं. उनकी शादी 1957 में आर्देशिर ज़ाहेदी से हुई थी. ज़ाहेदी ईरान के विदेश मंत्री भी रह चुके हैं. वो अमेरिका में ईरान के राजदूत के तौर पर भी कार्यरत हैं. हालांकि शादी के सात साल बाद ही दोनों का तलाक हो गया था. 1971 में उनकी शादी खुसरो जानबाजी से हुई थी, जो ईरान के ही मिलिट्री जनरल के बेटे थे. उनकी ये शादी लंबी चली और दोनों को एक बेटा और एक बेटी हुई है. शहनाज़ इस समय करीब 80 साल की हैं और वो स्विट्जरलैंड में रह रही हैं.
राजकुमारी फराहनाज पहलवी ईरान के शाह की तीसरी औलाद हैं. उनका जन्म 1963 में हुआ था. जानकारी के मुताबिक फराहनाज अमेरिका में बेहद गुमनामी जिंदगी व्यतीत कर रही हैं. इस्लामिक क्रांति के दौरान ईरान छोड़ने के बाद वो अमेरिका में बस गई थी. उन्होंने कोलंबिया यूनिवर्सिटी से चाइल्ड साइकोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है.
अली रज़ा पहलवी ईरान के शाह की चौथी औलाद थे. उनकी मौत साल 2011 में हो गई थी. जानकारी के मुताबिक लंबे समय तक अवसाद में रहने के बाद उन्होंने 4 जनवरी 2011 को खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. ईरान की सरकार में मंत्री रह चुकी महनाज़ अफखामी ने अली रज़ा की मौत के बाद कहा था कि इस्लामिक क्रांति के दौरान देश छोड़ने का अली पर बुरा असर हुआ था. वो अपनी आइडेंटिटी खो चुके थे, वो जीवन भर इस ग़म से जूझते रहे थे.
बता दें कि लैला पहलवी ईरान के शाह की सबसे छोटी औलाद थी. उनकी 2001 में लंदन में रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उन्होंने अमेरिका में ही पढ़ाई की थी. उनकी पोस्ट मॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि उनके शरीर में ड्रग्स की मात्रा काफी ज्यादा थी. इसके अलावा शाह की मौत के बाद उनकी तीसरी पत्नी फराह दो सालों तक मिस्र में ही थी. मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सदात ने उन्हें देश में रहनी की बेहतरीन व्यवस्था दे रखी थी. लेकिन 1981 में अनवर सदात की हत्या के बाद फराह ने मिस्र छोड़ दिया था. इसके बाद राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने उनका स्वागत अमेरिका में किया था और आज वर्तमान में वो अमेरिका में ही रहती हैं.
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