क्या आने वाले समय में ब्लैक होल में समा जाएगी धरती, जानिए कैसी होगी वो अंधेरी दुनिया
ब्लैक होल को अंधेरी दुनिया भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें गुरुत्वाकर्षण इतना ज्यादा होता है कि वह प्रकाश को भी अवशोषित कर लेता है.
रात में जब आप कभी आसमान की तरफ देखते हैं तो आपको ऊपर कई चमकते सितारे दिखते हैं. हालांकि, आसमान में सिर्फ चमकते सितारे ही नहीं हैं, बल्कि कुछ ऐसी चीजें भी हैं जो घुप अंधेर की तरह हैं. हम यहां बात कर रहे हैं ब्लैक होल का. ब्लैक होल ब्रह्मांड का वो दानव है जो कुछ भी निगल सकता है. सबसे बड़ी बात कि ये जिसे निगलता है फिर उसके बारे में कुछ पता नहीं चल पाता. ब्रह्मांड में ऐसे कई तारे और ग्रह हैं जिन्हें ये निगल चुका है. अब ये खतरा पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है.
पृथ्वी के लिए खतरनाक क्यों है ब्लैक होल?
ब्लैक होल ब्रह्मांड में मौजूद एक ऐसा सत्य है, जिसे अब तक कोई पूरी तरह समझ नहीं पाया. दरअसल, ब्लैक होल के आस पास विज्ञान के सभी नियम फेल हो जाते हैं. खासतौर से फिजिक्स के नियम. ब्लैक होल में आपको सिर्फ दो ही चीज दिखाई देगी, पहली गुरुत्वाकर्षण और दूसरा अंधकार. अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि अगर भविष्य में कभी पृथ्वी ब्लैक होल में समा गई तब क्या होगा. क्या पूरी पृथ्वी खत्म हो जाएगी? इंसानों के साथ क्या होगा? ये कुछ ऐसे सवाल हैं जो इंसानी सभ्यता को अभी से डरा रहे हैं.
इंसानों के साथ क्या होगा?
दरअसल, एक्सपर्ट्स का कहना है कि ब्लैक होल में गुरुत्वाकर्षण की शक्ति इतनी ज्यादा है कि जैसे ही पृथ्वी इसमें समाएगी इंसान पास्ता की तरह लंबे लंबे खिंच जाएंगे. सबसे बड़ी बात की ये खींच तान तब तक मची रहेगी, जब तक कि इसे बाहरी बल द्वारा रोका ना जाए. ससेक्स विवि के फिजिक्स के प्रोफेसर कैवमेट इसे लेकर कहते हैं कि जब कभी पृथ्वी ब्लैक होल में जाएगी तो इंसान स्पेगेटीफिकेशन को फील करेंगे. ये एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कोई चीज खिंचते हुए पतली हो जाती है. इंसानों के साथ जब ये होगा तो बहुत दर्दनाक होगा और इससे होने वाली मौत बहुत पीड़ा दायक होगा. वहीं ब्रिटेन के इंपीरियल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. डेविड एल क्लेमेंट्स ने डेली मेल से बात करते हुए कहा कि अगर पृथ्वी ब्लैक होल में गई तो फिर उसका और उस पर मौजूद जीवों का बचना नामुमकिन है.
ब्लैक होल में अंधेरा क्यों होता है?
ब्लैक होल को अंधेरी दुनिया भी कहा जाता है, क्योंकि इसमें गुरुत्वाकर्षण इतना ज्यादा होता है कि वह प्रकाश को भी अवशोषित कर लेता है. यही वजह है कि जब ये चमकते सितारों को भी निगलता है तो अंधेरे में बदल जाते हैं. ये इतना खतरनाक है कि इसके आसपास अगर धूल, गैस या फिर कोई ग्रह भी गया तो ये उसे अपने भीतर खींच लेता है और फिर उसका नामो निशान नहीं मिलता. आपको बता दें पृथ्वी के सबसे नजदीक जो ब्लैक होल है वो Gaia BH1 है. यह पृथ्वी से फिलहाल 1600 प्रकाश वर्ष दूर है.
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