Gamma Ray Burst: एलियंस को लेकर पिछले कई दशकों से चर्चा होती रही है, लोग भी इनके अस्तित्व को लेकर काफी उत्साहित रहते हैं. पृथ्वी पर रहने वाले लोगों को इस बात में खासी दिलचस्पी रही है कि अंतरिक्ष में मौजूद दूसरे ग्रहों पर जीवन है या फिर नहीं...अब पृथ्वी पर अचानक एक एनर्जी महसूस की गई है, जिसके बाद एक बार फिर एलियंस को लेकर चर्चा तेज हो गई है. आज हम आपको बताएंगे कि इसके पीछे क्या कारण है और एनर्जी का ये हमला क्या वाकई एलियंस के होने का सबूत है...


काफी देर तक महसूस हुई एनर्जी
धरती पर हाल ही में एक एनर्जी की वेव आई, जिससे दुनियाभर में कई तरह की चर्चा शुरू हो गई. खास बात ये है कि ये एनर्जी हमारे सोलर सिस्टम से नहीं बल्कि इससे बाहर से आई है. बताया गया कि करीब 800 सेकेंड तक डिटेक्टर्स ने इसे महसूस किया. इतने वक्त तक इससे पहले कोई भी एनर्जी महसूस नहीं की गई. 


क्या है सच्चाई?
अब पहले एलियंस वाली थ्योरी की बात करते हैं, दरअसल अंतरिक्ष में होने वाली किसी भी हरकत को हर बार एलियंस के साथ जोड़कर देखा जाता है. इस बार भी ठीक वही हुआ. इस एनर्जी को गामा रे बर्स्ट (GRB) कहा जाता है. ये लाखों किमी दूर किसी तारे या फिर ग्रह के फटने के चलते भी महसूस किया जा सकता है. इसे ऐसा समझा जा सकता है कि कोई तारा कई हजार साल पहले अगर मरा हो तो इससे निकलने वाली गामा रेज की एनर्जी कई साल बाद दूसरे ग्रहों तक महसूस होती है. 


हालांकि ये अब तक की सबसे ज्यादा रौशनी वाली एनर्जी थी, जिसे सबसे देर तक महसूस किया गया. बताया गया कि करोड़ों और अरबों किमी दूर से ये एनर्जी धरती पर महसूस की गई. इसीलिए अब वैज्ञानिक पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ये गामा रेज कहां से आईं हैं. 


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