जापान में हर दूसरे दिन हिलती है धरती, पक्के घर भी नहीं बनाते हैं लोग
जापान की धरती भूकंप के लिहाज से बहुत संवेदनशील है. जिसके चलते देश के लोग आए दिन भूंकप का सामना करते हैं.
जहां दुनियाभर में नए साल का जश्न मनाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर जापान भूकंप से जूझ रहा है. दरअसल हाल ही में जापान में 7.4 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया है. वहीं भूकंप की तीव्रता को देखते हुए सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई है.
पिछले कुछ दिनों में जापान में भूकंप आने की कई खबरें सामने आई हैं, हालांकि जापान के लोग भूकंप से अनजान नहीं है, वजह वहां हर दूसरे दिन आने वाला भूकंप है. दरअसल जापान में लगभग हर दूसरे दिन भूकंप आता है. जिसके चलते वहां के लोग पक्के घरों का निर्माण भी नहीं करते.
जापान में क्यों हर दूसरे दिन आता है भूकंप?
पिछले कुछ समय में जापान से भूकंप की कई खबरें सामने आई हैं. वहीं साल की शुरुआत भी जापान में भूकंप से ही हुई है. दरअसल जापान की धरती भूकंप के लिहाज से बेहद संवेदनशील है. इसका एक प्रमुख कारण वहां मिलने वाली धर्ती की सबसे अशांत टेक्टोनिक प्लेट्स है. ये प्लेटें एक अभिकेंद्रित सीमा बनाती हैं. जिसके कारण यहां की धरती दुनिया के सर्वाधिक भूकंपों का केन्द्र बन जाती है.
जापान में पेसिफिक प्लेट, फिलिपींस और अमरीकी प्लेट के नीचे जा रही है. यही वजह है कि जापान में हर साल छोटे-बड़े लगभग एक हजार भूकंप आते हैं. यही कारण है कि वहां लोग पक्के मकान न बनाकर कच्चे यानी मिट्टी और लकड़ी के घरों का निर्माण करते हैं.
मजबूत है देश का मॉनिटरिंग सिस्टम
जापान भूकंप का केंद्र है, ऐसे में वहां भूकंप की मॉनिटरिंग करने का सिस्टम भी काफी मजबूत है. देश की मेट्रोलॉजिकल एजेंसी छह स्तरों पर लगातार हर पल मॉनिटर करती रही है. इसी एजेंसी के तहत देश की सुनामी वार्निंग प्रणाली भी काम करती है. जिसके चलते सिर्फ तीन मिनट में ही पूरे देश में भूकंप और सूनामी की चेतावनी जारी कर दी जाती है.