(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
आकाशगंगाओं के विलय से खत्म हो जाएगी पृथ्वी! जानिए वैज्ञानिक ऐसी संभावना क्यों जता रहे
कुछ समय पहले वैज्ञानिकों को एक ऐसे रेडियो सिग्नल के बारे में पता चला जो अंतरिक्ष से आया था. जब इस पर अध्ययन किया गया तो पता चला कि इसे पृथ्वी तक पहुंचने में 8 अरब साल से ज्यादा का समय लगा है.
पृथ्वी का निर्माण कैसे हुआ, इस पर जीवन कैसे पनपा...इन सवालों के ठोस और पुख़्ता जवाब अब भी तलाशे जा रहे हैं. हालांकि, पृथ्वी का अंत कैसे हो सकता है इस पर जल्दी कुछ पढ़ने को नहीं मिलता. लेकिन अब इसकी संभावना आकाशगंगाओं के आपस में विलय से जताई जा रही है. ये काफी डराने वाली बात है. लेकिन आठ अरब साल में जो रेडियो सिग्नल धरती पर पहुंचा है, उस पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिक कुछ ऐसा बता रहे हैं. चलिए जानते हैं इस रिसर्च की पूरी कहानी और समझते हैं कि वैज्ञानिक ऐसी संभावना क्यों जता रहे हैं.
आठ अरब साल पुराना रेडियो सिग्नल
दरअसल, कुछ समय पहले वैज्ञानिकों को एक ऐसे रेडियो सिग्नल के बारे में पता चला जो अंतरिक्ष से आया था. जब इस पर अध्ययन किया गया तो पता चला कि इसे पृथ्वी तक पहुंचने में लगभग 8 अरब साल का समय लगा है. इसके अलावा ये एक या दो नहीं बल्कि कम से कम 7 आकाशगंगाओं को पार कर के तब पृथ्वी तक पहुंचा है.
विज्ञान की भाषा में इस तरह के रेडियो सिग्नल को फास्ट रेडियो बर्स्ट यानी एफआरबी कहते हैं. ये एक तरह की रेडियो तरंगे होती हैं जो ब्रह्मांड में काफी दूर के स्त्रोतों से उत्पन्न होती हैं. वैज्ञानिकों ने आज तक ऐसे 50 एफआरबी के बारे में पता लगाया है.
आकाशगंगाओं में विलय हो जाएगा?
इस मामले में लुइसियाना के न्यू ऑरलियन्स में अमेरिकन एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी की 243वीं बैठक के दौरान पेश किए गए एक नए रिसर्च में कहा गया कि अमेरिका में नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में खगोलविदों ने 2022 में खोजे गए सबसे शक्तिशाली फास्ट रेडियो बर्स्ट यानी एफआरबी की उत्पत्ति का पता लगा लिया है.
दरअसल, वैज्ञानिकों ने नासा के हबल टेलीस्कोप से ली गई तस्वीरों का इस्तेमाल करके 7 आकाशगंगाओं के समूह में 20220610A नाम के FRB का पता लगाया. और फिर इस पर रिसर्च कर के वो उनके निष्कर्षों से जान पाए कि ये गैलेक्सी एक-दूसरे के साथ बातचीत कर रही हैं और विलय का मार्ग बना रही हैं. ये एक बड़ी संभावना है. अगर ऐसा हुआ तो आने वाले समय में इसकी आंच पृथ्वी तक भी आ सकती है.
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