Earthquake: तुर्किए में आए भूकंप ने भयंकर तबाही मचाई है. भूकंप की वजह से अब तक कई हजार लोगों की मौत हो चुकी है. अपने देश में भी हर साल कम से कम 1000 बार भूकंप आते हैं. अपने देश का भी करीब 59 फीसदी हिस्सा भूकंप के उच्च खतरे वाले जोन में आता है. सबसे ज्यादा खतरा हिमालयी क्षेत्र में रहता है. यहां पहले भी कई तगड़े भूकंप आ चुके हैं. अक्सर यहां मध्यम से खतरनाक स्तर के भूकंप आते हैं. क्योंकि इस क्षेत्र के करीब दो महाद्वीपों की टेक्टोनिक प्लेट मिलती है. यहां इंडियन टेक्टोनिक प्लेट और तिब्बतन प्लेट आपस में टकराकर प्रेशर रिलीज करती है. जिससे भूकंप आता है. इसके आसपास 2400 किलोमीटर के इलाके में सबसे ज्यादा खतरा रहता. 


देश को बांटा गया है 5 जोन में


भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने देश को पांच अलग-अलग भूकंप जोन में बांटा हुआ है. पांचवें जोन में आने वाले इलाकों को सबसे ज्यादा खतरनाक और सक्रिय माना जाता है. इस जोन में आने वाले राज्यों में ज्यादा तबाही की आशंका रहती है. इसी तरह पांचवे से पहले जोन की ओर चलने पर जोखिम कम होता चला जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं कौन-से जोन में देश के कौन-कौन से राज्य आते हैं.


Earthquake Zone 1


इस जोन में आने वाले इलाकों को कोई खतरा नहीं रहता है. 


Earthquake Zone 2


इस जोन में राजस्थान, हरियाणा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु का कुछ हिस्सा आता है.


Earthquake Zone 3


इस जोन में केरल, गोवा, लक्षद्वीप समूह, उत्तर प्रदेश और हरियाणा का कुछ इलाका, गुजरात और पंजाब का इलाका, पश्चिम बंगाल का कुछ हिस्सा, पश्चिमी राजस्थान, मध्यप्रदेश, बिहार का कुछ हिस्सा, झारखंड का उत्तरी हिस्सा और छत्तीसगढ़ कुछ क्षेत्र आता है. महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाड़ और कर्नाटक का भी कुछ हिस्सा इसी जोन में आता है.


Earthquake Zone 4


इस जोन में जम्मू और कश्मीर का इलाका, लद्दाख, हिमाचल और उत्तराखंड का कुछ हिस्सा, सिक्किम, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के उत्तरी इलाके, बिहार और पश्चिम बंगाल का थोड़ा हिस्सा, गुजरात, पश्चिमी तट के पास महाराष्ट्र का कुछ हिस्सा और पश्चिमी राजस्थान का छोटा इलाका आता है.


सबसे खतरनाक है Zone 5


सबसे खतरनाक यानी पांचवे जोन में जम्मू और कश्मीर का हिस्सा (कश्मीर घाटी), हिमाचल का पश्चिमी हिस्सा, गुजरात का कच्छ, उत्तराखंड का पूर्वी इलाका, उत्तरी बिहार का इलाका, भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्य, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं.


किस जोन में है देश का कितना हिस्सा ?


सबसे खतरनाक यानी पांचवें जोन में देश की कुल जमीन का 11% हिस्सा आता है. वहीं चौथे जोन में 18% जमीन आती है. तीसरे और दूसरे जोन में 30% जमीन आती है. सबसे अधिक खतरा चौथे और पांचवें जोन वाले राज्यों को है. 


यह भी पढ़ें - कभी कभी किसी को छूने पर करंट क्यों लगता है? क्या है इसके पीछे का साइंस