ये हैं वो तर्क, जिनके आधार पर अंडे को Veg या Non-Veg कहा जाता है, आप भी जानिए
कुछ लोगों का मानना है कि अंडा वेज है, इसलिए कुछ वेजिटेरियन लोग भी इसे अपनी डाइट में शामिल कर लेते हैं. वहीं, कुछ लोग अंडे को नॉन वेज की कैटेगरी में गिनते हैं, क्योंकि अंडे से चूजे निकलते हैं.
Egg Vegetarian or Non Vegetarian: शरीर के लिए जरूरी पोषक तत्वों में से प्रोटीन एक बेहद आवश्यक पोषक तत्व है. यह शरीर के लिए बिल्डिंग ब्लॉक्स जैसा है यानी पूरा शरीर इससे ही बनता है. बालों से लेकर आंख, मसल्स, स्किन, हॉर्मोंस और सेल्स आदि सभी प्रोटीन के ही फॉर्म हैं. हर दिन हमारी बॉडी को प्रोटीन की जरूरत होती है. सेल्स रिपेयर करने के साथ-साथ यह कोशिकाओं के निमार्ण में भी मदद करता है. ऐसे में डॉक्टर भी पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन लेने की सलाह देते हैं. प्रोटीन हमें कई सोर्सेज से मिलता है. जिसमें कई प्रकार की दालें, बीन्स और अंडा शामिल हैं.
अंडा वेज या नॉन वेज?
अंडा प्रोटीन के मुख्य सोर्सेज में से एक है, लेकिन अंडे को लेकर लोगों में मतभेद है. कुछ का मानना है कि यह वेज है, इसलिए कुछ वेजिटेरियन लोग भी इसे अपनी डाइट में शामिल कर लेते हैं. वहीं, कुछ लोग अंडे को नॉन वेज की कैटेगरी में गिनते हैं, क्योंकि अंडे से चूजे निकलते हैं. अगर आपको भी इन दोनों बातों को लेकर कन्फ्यूजन है तो को आज हम आपको वो तर्क बताने वाले हैं, जिनके आधार पर कहा जाता है कि अंडा वेज है या नॉन वेज.
वेज और नॉन वेज दोनों होता है अंडा
असल में अंडे को वेज और नॉन वेज दोनों ही कैटेगिरी में रखा जा सकता है. अगर मुर्गी बिना मुर्गे के संपर्क में आए अंडा देती है, तो उसे वेजिटेरियन की कैटेगरी में रखा जाता है. जी हां, बहुत-सी मुर्गियां, मुर्गों से बिना संबंध बनाएं भी अंडा दे देती हैं. यहां हम आपको फर्टिलाइज्ड और अनफर्टिलाइज्ड ऐग, दोनों के बारे में बताएंगे.
अनफर्टिलाइज्ड ऐग
मुर्गी के अंडा देने की प्रक्रिया नैचुरल भी होती है और चूजा उत्पादन के लिए इनक्वेटर हेचरीज तरीके का इस्तेमाल भी किया जाता है. इसके लिए 10 मुर्गियों पर 1 मुर्गा छोड़ा जाता है. इस प्रक्रिया से जो अंडा होगा उससे चूजा निकल सकता है. ऐसे अंडों को नॉन वेज कह सकते हैं.
फर्टिलाइज़ एग
लोगों का मानना होता है कि अंडे से चूजे निकलते हैं, इसलिए यह नॉनवेज है. बाजार में मिलने वाले ज्यादातर अंडे अनफर्टिलाइज्ड होते हैं. ऐसे अंड़ों से कभी चूजे नहीं निकलते हैं. ऐसे अंडों को खासतौर पर खाने के लिए तैयार किया जाता है. एक 6 महीने की मुर्गी हर दूसरे दिन अंडा देती है, लेकिन इसके लिए उसे मुर्गाों से संबंध बनाने की जरुरत नहीं होती है.
इस तरह करें पहचान
अगर आपको वेज और नॉन वेज अंडे में अंतर पता करना है तो इसेके लिए आपको अंडे को एक टेबल पर बने खांचे में रखना होगा. इसके बाद कमरे में अंधेरा कर दीजिए. इसके बात टेबल के नीचे एक बल्ब जलाकर रखिए. अगर रोशनी अंडे को पार कर जाए यानी अंदर कुछ नजर न आए तो अंडा वेज है और अगर उसमें कुछ डार्क सा नजर आ रहा है, इसका अर्थ है कि उसमें चूजा है. ऐसा अंडा नॉन वेज होता है. आप इस तरीके से वेज और नॉन वेज अंडे की पहचान कर सकते हैं.
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