आज कल हर चीज में मिलावट होने लगी है. खासतौर से दूध में. पहले इसमें सिर्फ पानी मिलाया जाता था, लेकिन अब कुछ लोग इसमें कई तरह के केमिकल मिलाने लगे हैं. यहां तक कि कुछ लोग तो सिर्फ केमिकल की मदद से ही नकली दूध बना देते हैं. यानी ये देखने में तो बिल्कुल असली दूध जैसा होता है, लेकिन इसमें असली दूध की एक भी बूंद नहीं होती. हालांकि, अब आप ऐसे नकली दूध का पता आसानी से लगा सकेंगे. चलिए आज आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.


एक बूंद से चल जाएगा मिलावट का पता


हाल ही में आईआईटी कानपुर से इंक्यूबेटेड स्टार्टअप ई-स्निफ ने एक ऐसी पेपर किट तैयार की है जो दूध की एक बूंद से उसमें मौजूद 8 तरह की मिलावट का पता लगा सकती है. सबसे बड़ी बात कि इस जांच का परिणाम महज 10 सेकेंड में ही सबके सामने आ जाता है. इससे भी बड़ी बात ये है कि इसे डीआरडीओ से पास कर दिया गया है और ये दिसंबर 2024 से बाजार में बिकने लगेगी.


दुकानों पर इस नाम से मिलेगी


दिसंबर 2024 से जब ये दुकानों में बिकने के लिए तैयार होगी तब आपको सिर्फ दुकान पर जा कर इतना कहना है कि मुझे मिल्ककिट चाहिए. इतना कहते ही दुकानदार आपको यह किट दे देगा. इसकी कीमत की बात करें तो बाजार में यह मात्र 99 रुपये में उपलब्ध रहेगा और एक किट से आप 40 बार दूध की जांच कर पाएंगे.


डीआरडीओ ने किट बनाने में की है मदद


इस किट को बनाने वाले स्टार्टअप इंक्यूबेटर प्रदीप द्विवेदी का कहना है कि इसे बनाने में उनकी मदद रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने भी की है. यानी ये तय है कि इस किट से जो भी परिणाम सामने निकल कर आएगा उसे ठोस सुबूत माना जा सकता है.


कैसे काम करती है ये किट


इस पेपर किट की मदद से आप पता कर सकते हैं कि आपके घर आने वाले दूध में कहीं यूरिया, डिटरजेंट, स्टार्च, बोरिक एसिड, साबुन, बैक्टीरिया या किसी और चीज की मिलावट तो नहीं है. दरअसल, जैसे ही आप इस पेपर किट पर दूध की एक बूंद डालेंगे, मिलावट के आधार पर पेपर का रंग बदल जाएगा.


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