Seized Cash And Liquor: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ समेत देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. जिनकी तारीखों का भी ऐलान हो चुका है. चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ ही तमाम राजनीतिक दलों की तैयारियां भी तेज हो जाती हैं और वोटर्स को लुभाने के लिए नेता सड़कों पर उतरने लगते हैं. इन चुनावों के दौरान सैकड़ों करोड़ों रुपये कैश भी बरामद होता है. राजस्थान में चुनाव से पहले अब तक 244 करोड़ रुपये कैश जब्त हो चुका है. अब सवाल ये है कि हर चुनाव में बरामद होने वाले इस सैकड़ों करोड़ों के कैश का होता क्या है और ये कहां जाता है?


पुलिस करती है चेकिंग
चुनाव नजदीक आते ही काले धन का इस्तेमाल भी तेज हो जाता है, अलग-अलग जगहों में करोड़ों रुपये कैश पहुंचाया जाता है, जिसे चुनाव में कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है. इसके लिए पुलिस भी तैयार रहती है और संदिग्ध दिखने वाले लोगों और वाहनों की चेकिंग होती है, इसके अलावा पुलिस के पास मुखबिर भी होते हैं. जिनकी मदद से वो इस कैश को पकड़ लेते हैं. 


कहां जाता है जब्त किया गया पैसा?
अब उस सवाल पर आते हैं कि आखिर ये करोड़ों रुपये कहां जाते हैं... पुलिस चुनाव के दौरान जो भी कैश जब्त करती है, उसे आयकर विभाग को सौंप दिया जाता है. हालांकि इसके बाद जिस शख्स से कैश बरामद हुआ है वो इस पर क्लेम कर सकता है. यानी अगर कोई शख्स ये साबित करने में सफल रहता है कि ये पैसा उसका अपना है और इसकी पूरी जानकारी सबूत के तौर पर पेश करता है तो उसे पैसा वापस दे दिया जाता है. वहीं अगर कोई पैसे पर क्लेम नहीं करता है तो इसे सरकारी खजाने में ही रखा जाता है. क्लेम करने के लिए आपके पास एटीएम ट्रांजेक्शन, बैंक की रसीद या पासबुक एंट्री होनी चाहिए. 


चुनाव में कैश के अलावा शराब भी भारी मात्रा में जब्त की जाती है, इस शराब को एक जगह इकट्ठा किया जाता है और फिर कुछ वक्त बाद एक साथ इसे नष्ट कर देते हैं. 


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