भारत एक ऐसा देश है जहां साल भर किसी ना किसी जगह कोई ना कोई चुनाव होता ही रहता है. लेकिन आज हम जिस देश की बात कर रहे हैं, वहां हर 6 महीने पर चुनाव होता है और सबसे बड़ी बात कि चुनाव होते ही वहां राष्ट्राध्यक्ष बदल जाता है. चलिए आपको आज इसी खास देश के बारे में बताते हैं. इसके साथ ही आपको ये भी बताते हैं कि आखिर यहां हर 6 महीने पर ही चुनाव क्यों होते हैं.


कहां है ये देश?


ये देश कहीं और नहीं बल्कि यूरोप में है. यूरोप के इस देश का नाम है सैन मरीनो. इस देश में हर 6 महीने पर चुनाव होता है और सबसे हैरानी की बात हर इलेक्शन के बाद वहां का राष्ट्राध्यक्ष बदल जाता है. जो भी नया राष्ट्राध्यक्ष चुना जाता है, उसे उस देश के लोग कैप्टन-रिजेंट कहते हैं. हालांकि, कैप्टन रिजेंट को चुनने के लिए ग्रेट और जनरल काउंसिल के 60 सदस्य वोट डालते हैं.


क्या है इस देश का इतिहास


दरअसल, सैन मरीनो देश दुनिया का सबसे पुराना लोकतांत्रिक देश है. यहां की आबादी करीब 34 हजार है. आपको बता दें इस देश में सबसे पहली बार चुनाव साल 1243 में हुआ था. यहां के संसद को अरेंगो कहा जाता है. इस देश में संविधान 1600 में लागू हुआ था. वहीं जब यहां हर 6 महीने में चुनाव होता है तो देश के विपक्षी नेता को देश के शीर्ष नेता के तौर पर चुना जाता है.


बहुत छोटा है ये देश


इस देश को दुनिया के कुछ सबसे छोटे देशों में गिना जाता है. 61 वर्ग किलोमीटर में बसा ये देश सबसे छोटे लोकतांत्रिक देशों में से एक है. यह इटली का पड़ोसी है. यही वजह है कि इसके कल्चर और भाषा पर इटली की छाप देखने को मिलती है.


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