हाथी के शरीर का सबसे बड़ा हिस्सा है उसकी 'सूंड', पढ़िए ये इससे क्या-क्या करता है
आपने देखा होगा कि हाथी अपनी सूंड से अलग-अलग ऐक्टिविटी करता रहता है. आइए आज जानते हैं कि आखिर सूंड से हाथी क्या पता करता है और क्या-क्या काम करता है?
Elephant: हाथी जंगल का सबसे विशालकाय जीव होता है. कोई इंसान जितना खाना महीनों में खा पाएगा, उतना खाना हाथी एक ही दिन में चट कर सकता है. विशाल शरीर होने के कारण, इन्हे पोषण के लिए खाना भी अधिक ही चाहिए होता है. WWF के अनुसार, हाथी को रोजाना औसतन 150 किलोग्राम खाने की जरूरत होती है. अधिक भूखा होने के स्थिति में यह इसकी दोगुनी मात्रा में भी खा सकता है. हाथी अपने ज्यादातर काम अपनी सूंड से करता है. क्या आप जानते हैं सूंड हाथी के शरीर का सबसे खतरनाक हिस्सा होती है...?
सूंघ से बनाते हैं भावनात्मक संबंध
हाथी पर रिसर्च करने वाले एक्सपर्ट बताते हैं कि जब किसी हाथी का इलाज किया जाता है तो सबसे पहले हाथी की नाक यानी सूंड को पकड़ा जाता है. दरअसल, इसके पीछे दो दो मुख्य वजह हैं- पहला तो उसके साथ कनेक्शन बनाना और दूसरा, सुरक्षा के लिहाज से ऐसा करना जरूरी होता है. हाथी की सूंड में हजारों मसल्स होती हैं और सभी का काम अलग-अलग होता है. हाथी सूंड की मदद से अपने रोजाना के काम और दूसरे प्राणियों से संवाद भी करते हैं.
एक्सपर्ट हाथी की सूंड को छू कर उसे यह एहसास कराते हैं कि वो उसकी मदद करने के लिए हैं और उसे नुकसान नहीं पहुंचाएंगे. अक्सर देखा जाता है कि हाथी अपनी सूंड से तबाही मचाने लगता है. इस लिहाज से यह हाथी के शरीर का सबसे खतरनाक अंग होता है.
डर की स्थिति में मांगते हैं मदद
कई रिसर्च से पता चला है कि एशियाई हाथी दूसरे साथी को भावनात्मक अहसास दिलाने के लिए एक दूसरे की सूंड को छूते हैं या फिर आवाज निकालते हैं. इमॉरी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर फ्रैंस डी वाल के अनुसार, डरे होने की स्थिति में हाथी दूसरे हाथियों को अपने सूंड से छूता है और अपनी सूंड दूसरे हाथी के मुंह में डालकर जोर से आवाज लगाता है.
राह दिखाने का करती है काम
दरअसल, हाथी अपनी सूंड से सामने वाले प्राणी से भावनात्मक संवाद करते हैं और लगाव स्थापित करते हैं. हाथी की आंखों की रोशनी अपेक्षाकृत कम होती है, लेकिन इस समस्या को वो अपनी सूंड की मदद से दूर कर लेते हैं. हाथी चलते समय सूंड से नीचे की ओर फूंकता है. जिससे हवा जमीन से टकरा कर वापस आती है और उससे उसे आगे के रास्ते का अंदाजा हो जाता है. हाथी अपनी सूंड में एक बार में करीब 8 से 9 लीटर तक पानी भर सकता है. हाथी अपनी सूंड से करीब 350 किलोग्राम तक भार उठा सकता है.
नदी पार करने में करती है मदद
हाथी अपनी सूंड की मदद से 12 मील दूर पानी का पता लगा सकते हैं. अगर कभी हाथी को कोई गहरी नदी या कोई अन्य जलस्रोत पार करना होता है. तो ऐसे समय पर उसकी सूंड सांस लेने का काम करती है. वह अपनी सूंड को ऊंचा उतार पानी से बाहर रखता है और सांस लेते रहता है. इसके अलावा, सर्कस में हाथी अपनी सूंड की मदद से अलग-अलग करतब भी दिखाता है.
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