कभी उड़ने वाली मछली के बारे में सुना है? इतनी होती है स्पीड
Flying Fish: दुनियाभर में हजारों किस्म की मछलियां पाई जाती हैं, लेकिन क्या आप उड़ने वाली मछली के बारे में जानते हैं? चलिए जानते हैं कि ये कहां होती हैं और कितना उड़ सकती हैं.
Flying Fish: आपने अक्सर तालाब, नदी, समुद्र में मछली देखी होगी, हालांकि आपने कभी ये कल्पना नहीं की होगी कि आपको आसमान में उड़ती हुई मछली भी कभी नजर आएगी. मछली पानी के बिना नहीं रह सकती सभी जानते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी मछली के बारे में बताने जा रहे हैं जो आसमान में उड़ती है. चलिए जानते हैं कि ये मछली किस प्रजाती की होती है और कहां पाई जाती है.
कहां पाई जाती हैं उड़ने वाली मछलियां?
जानकारी के अनुसार, फ्धरती पर लाइंग फिश की सात प्रजातियां पाई जाती हैं. जिनके पक्षियों की तरह ही लंबे-लंबे पंख होते हैं. हालांकि उड़ने वाली मछलियां महासागरों में ही पाई जाती हैं और समुद्र तल की 200 मीटर की गहराई में रहती हैं. इन मछलियों का पेट प्लवक खाकर भरता है. वहीं बाकी मछलियों से इनकी तुलना की जाए तो ये काफी तेज और फुर्तीली होती हैं. जब कोई शिकार इन पर हमला करता है, तो ये अपनी रीढ़ की हड्डी को अपने अनुसार झुकाकर करके तेजी से भाग सकती हैं. इन मछलियों में उड़ने की अविश्वनीय क्षमता मौजूद होती है.
कितनी ऊपर तक उड़ सकती है फ्लाइंग फिश?
वैसे तो मछलियां पानी से दूर नहीं जातीं, लेकिन फ्लाइंग फिश में छलांग लगाने और उड़ने की बेहतरीन क्षमता होती है. अब सवाल ये उठता है कि आखिर ये उड़ती कैसे हैं? तो बता दें कि फ्लाइंग फिश पानी के बाहर छलांग लगाती है और अपने पंखों को फैलाकर काफी दूरी तक उड़ सकती हैं. इन मछलियों के पंखों का आकार किसी विमान के विंग्स की तरह काम करते हैं, जो इन्हें हवा में रहने में मदद करते हैं. फ्लाइंग फिश को एक बार में 45 सेकेंड तक ‘उड़ते’ हुए रिकॉर्ड किया गया है. इसके अलावा ये लगभग 180 फिट तक की ऊंचाई पर जा सकती हैं.
जान बचाने के लिए अपनाती हैं ये तरीका
वैसे तो अमूमन सभी मछलियों की तरह फ्लाइंग फिश भी पानी में रहना ही पसंद करती हैं, लेकिन शिकारियों से बचने के लिए ये अपने विंग्स का इस्तेमाल कर उड़ जाती हैं. आमतौर पर ट्यूना और स्वोर्डफ़िश इन्हें अपना शिकार बनाती हैं. ऐसे में इनसे बचने के लिए ये अपने पंखों का इस्तेमाल कर उड़ जाती हैं. कई बार तो ये अपनी जान बचाने के लिए समुद्री नावों पर भी कूदकर आ जाती हैं. हालांकि आसमान भी इनके लिए सुरक्षित नहीं होता, क्योंकि वहां मौजूद फ्रिगेट पक्षी इनकी घात लगाए बैठे रहते हैं, जो इनके उड़ते या छलांग लगाते ही इनका शिकार कर लेते हैं.
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