ऑस्कर की ट्रॉफी फिल्म इंडस्ट्री में दिया जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान है. इतना ही नहीं इसे हासिल करना हर फिल्ममेकर और एक्टर का सपना होता है. बता दें कि इस ट्रॉफी को हासिल करने के लिए लोग जी-तोड़ मेहनत करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस ऑस्कर ट्रॉफी में किसकी प्रतिमा बनी होती है. आज हम आपको बताएंगे कि इस ट्रॉफी में किसकी फोटो बनी है.
कब से शुरू हुआ ऑस्कर
जानकारी के मुताबिक अमेरिका की अकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज की तरफ से ऑस्कर अवॉर्ड की शुरुआत की गई थी. पहला ऑस्कर अवॉर्ड इवेंट 16 मई 1929 को आयोजित किया गया था. वहीं 1927 में एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंसेज की मीटिंग में पहली बार ट्रॉफी के डिजाइन पर चर्चा की गई थी. हालांकि इस दौरान लॉस एंजिल्स के कई कलाकारों से अपने-अपने डिजाइन सामने रखने को कहा गया था. वहीं ऑस्कर के लिए इस दौरान मूर्तिकार जॉर्ज स्टैनली की बनाई हुई मूर्ति को पसंद किया गया था. इसके बाद पहला ऑस्कर होटल रुजवेल्ट में हुआ था.
मैक्सिकन फिल्ममेकर की मूर्ति
जानकारी के मुताबिक ऑस्कर अवॉर्ड में जो ट्रॉफी दी जाती है, उसकी प्रेरणा मैक्सिकन फिल्ममेकर और एक्टर एमिलियो फर्नांडीज थे. सन् 1904 को मैक्सिको के कोआहुइलिया में जन्में एमिलियो मैक्सिको की क्रांति के दौर में बड़े हुए थे. हाई स्कूल ड्रॉप आउट फर्नांडीज ह्यूरितिस्ता विद्रोहियों के ऑफिसर बने थे. इसके बाद सन् 1925 में फर्नांडीज को पकड़ लिया गया था और उन्हें 20 साल की सजा सुनाई गई थी. लेकिन वो वहां से भी भाग गए थे और लॉस एंजिल्स का बॉर्डर पार कर लिया था. इसके बाद अगला एक दशक उन्होंने निर्वासन में बिताया था.
हालांकि इस दौरान उन्होंने हॉलीवुड में एक्स्ट्रा काम करने लगे थे. यहां पर उन्हें साइलेंट फिल्म स्टार डोलोरेस डेल रियो ने एल इंडियो नाम दिया था. इसके बाद वह एक्ट्रेस रियो के अच्छे दोस्त बन गए थे. रियो मेट्रो गोल्डविन मेयर स्टूडियो के आर्ट डायरेक्टर और एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर्स आर्ट्स एंड साइंसेज के सदस्य कैड्रिक गिबॉन्स की पत्नी थी. डेल रियो ने फर्नांडीज को गिबॉन्स से मिलवाया जो उस समय स्टैच्यू की डिजाइन पर काम कर रहे थे.
2000 से ज्यादा लोगों को मिली ट्रॉफी
1929 से अब तक दो हजार से ज़्यादा ऑस्कर ट्रॉफियां दी जा चुकी हैं. जानकारी के मुताबिक इन्हें शिकागो की आर एस आएंस कंपनी तैयार करती है. इस कंपनी को 50 ट्रॉफी तैयार करने में करीब तीन से चार हफ्तों का समय लगता है. पहले ट्रॉफी तांबे की होती थी, क्योंकि विश्व युद्ध के दौरान धातु की कमी हो गई थी. लेकिन अब यह 24 कैरेटे शुद्ध सोने के पानी चढ़े ब्रिटैनियम से बनती है. इसकी ट्रॉफी का साइज करीब 13 इंच लंबा होता है.
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