इस देश के किसान सबसे खुशहाल, जानिए किस नंबर पर है भारत
पूरी दुनिया में बहुत कम ऐसे देश हैं, जो खेती में सबसे ज्यादा पैदावार करते हैं. भारत उन देशों में है, जहां खेती की पैदावार सबसे ज्यादा होती है. जानिए दुनिया में किस देश के किसान सबसे ज्यादा खुशहाल हैं.
हम सभी लोगों ने बचपन से किताबों में पढ़ा है कि भारत एक कृषि प्रधान देश है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज के समय में भारत के अलावा बाकी किन देशों में सबसे ज्यादा अधिक खेती और पैदावार होती है. आज हम आपको बताएंगे कि किस देश के किसान सबसे ज्यादा खुशहाल हैं.
कौन से देश सबसे ऊपर
आज दुनिया के चार बड़े पैदावार करने वाले देशों में अमेरिका, चीन, भारत और ब्राजील का नाम शामिल है. ये सभी देश एक बड़े भूभाग पर खेती करते हैं. अमेरिका दुनिया के फूड मार्केट में सुपर पॉवर कहा जाता है. वहीं चीन में बड़े स्तर पर पैदावार हो रही है. ब्राजील भी खेती में आगे है और भारत में करीब 49 फीसदी लोग कृषि पर ही निर्भर हैं.
अमेरिका
अमेरिका के कृषि जगत में मजदूरों या श्रम शक्ति कम होने के बाद भी वो दुनिया का सबसे बड़ा कृषि उत्पादक देश है. अमेरिका के कैलिफोर्निया, लोवा, टैक्सास, नब्रास्का और इलिनोस सबसे ज्यादा कृषि उपज पैदावार वाले राज्य हैं. इतना ही नहीं अमेरिका दुनिया में सबसे बड़ा अनाज निर्यातक है. दूसरे विश्व युद्ध के बाद अमेरिका का खाद्य उत्पादन दोगुना हो चुका है. अमेरिका का कृषि क्षेत्र अत्याधुनिक मशीनों से लैस है. अमेरिका के कृषि मंत्रालय के आंकड़ों मुताबिक देश की कुल जीडीपी में कृषि का योगदान महज एक फीसदी है. वहीं 1.3 फीसदी लोग ही रोजगार के लिए इस निर्भर रहते हैं. अमेरिका दुनिया में मक्के का सबसे बड़ा उत्पादक है और गेहूं उत्पादन में इसका दुनिया में तीसरा स्थान है. बता दें कि अमेरिका के किसान बहुत खुशहाल जीवन जीते हैं. वहां के किसान ना केवल अच्छी कमाई करते हैं बल्कि जीवनस्तर बहुत बढ़िया है. अमेरिका के कई किसान तो इतने समृद्ध हैं कि उनके पास अपने चार्टेर्ड प्लेन हैं.
चीन
इन्वेस्टोपीडिया डॉट कॉम के अनुसार चीन बहुत आराम से इस सूची में नंबर वन है. वो दुनिया में सबसे ज्यादा अनाज, सब्जियां और फल पैदा करता है. चीन में खुद इस पैदावार की सबसे ज्यादा खपत है और वो सबसे बड़ा आयातक भी है. चीन में एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट के कर्मचारियों और विशेषज्ञों पर ना केवल खेतों पर जाकर काम करना होता है, बल्कि उन्हें बाकी किसानों को ट्रेनिंग भी देनी होती है. जानकारी के मुताबिक चीन की पूर्वी और दक्षिणी इलाकों की मिट्टी खासी उपजाऊ है. चीन में खेतों की जुड़े मजदूरों की संख्या 31 करोड़ के आसपास है. न में चावल, गेहूं, आलू, प्याज, हरी बीन्स ब्रोकली, पालक, गाजर, कद्दू, टमाटर, अंगूर, सेब, तरबूजा आदि की जबरदस्त पैदावार होती है. इन सबकी पैदावार में वो दुनिया में सबसे ऊपर है. वहीं चीन के नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स के साल 2013 के आंकड़ों मुताबिक देश की कुल जीडीपी में 10 फीसदी हिस्सा कृषि का है.
ब्राजील
ब्राजील हमेशा से कृषि उत्पादक देश रहा है. वहां पर गन्ना मुख्य फसल रही है. अब ब्राजील में बड़े पैमाने में काफी, सोयाबीन और कार्न की पैदावार भी होती है. यहां संतरे, अन्नानास, पपीता और नारियल भी काफी ज्यादा पैदा होते हैं. ब्राजील काफी बड़े पैमाने पर अपनी पैदावार का निर्यात करता है. ब्राजील की जीडीपी में कृषि की हिस्सेदारी महज 5.6 फीसदी तो है, लेकिन कृषि आधारित उद्योगों का हिस्सा तरीबन 23.5 फीसदी है. इसके अलावा ब्राजील की 15 फीसदी आबादी रोजगार के लिए कृषि पर निर्भर करती है.
भारत
भारत का स्थान कृषि उत्पादन के लिहाज से दुनिया में नंबर दो पर है. यहां बड़े पैमाने पर अन्न, दलहन, सब्जियों और फलों की पैदावार होती है. लेकिन इस सूची में भारत का स्थान नंबर चार पर है. चीन की तुलना में उसकी कृषि पैदावार आधी है. वहीं भारत में किसानों की हालत बहुत अच्छी नहीं होने की वजह देश की बड़ी आबादी का गरीब होना है. माना जाता है कि भारत कृषि का एक बड़ा हिस्सा दूसरे देशों में निर्यात कर काफी पूंजी अर्जित कर सकता है. भारत में अर्थव्यवस्था में कृषि की भूमिका अहम बनी हुई है. जानकारी के मुताबिक साल 2017-18 के आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक देश की कुल जीडीपी में कृषि का हिस्सा लगभग 16 फीसदी का है. वहीं 49 फीसदी लोग रोजगार के लिए इस पर निर्भर रहते हैं. आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 के मुताबिक भारत में प्रति कृषि परिवार की औसत मासिक आय 2019 में 10,218 रुपये या प्रति परिवार 1.23 लाख रुपये सालाना थी. यह 0.512 हेक्टेयर (1.26 एकड़) के औसत जोत आकार पर आधारित है.
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