Agriculture Growth: अमेरिका के खेतों में किसान कैसे काम करता है?भारत कृषि प्रधान देश है. एग्रीकल्चर को भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है. एक्सपर्ट बताते हैं कि जब जब मंदी ने विश्व को अपनी चपेट में लिया. तब संकटमोचक बनकर खेती ने ही देश का बेढ़ा पार किया. लेकिन खेती केवल भारत में नहीं होती. अन्य देशों में भी लाखों किसान खेती के सहारे अपना जीवन काटते हैं. अमेरिका को महाशक्ति माना जाता है. खेती वहां भी होती हैं. लेकिन लोग अकसर उत्सुक रहते हैं कि क्या भारत की तरह ही खेती बाढ़ी का शौक अमेरिका के किसान रखते हैं? क्या वहां के किसान भी ऐसे ही हैं, जैसे भारत के किसान हैं? आइए इसी के बारे में जानते हैं


अमेरिका में 26 लाख किसान


विभिन्न मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में किसानों की संख्या करीब 26 लाख है. यहां के एक किसान पर एवरेज 250 हेक्टेयर भूमि है. अमेरिका के किसानों की विशेष बात ये है कि भारत में किसानों का खेती के साथ इमोशनली अटैचमेंट होता है. वहीं, अमेरिका का किसान इमोशनली कम, व्यापारिक रूप से अधिक काम करते हैं. वह मुनाफे के रूप में खेती यूज करते हैं. 


पढ़े लिखे होते हैं किसान


भारत में खेती की परिभाषा अनपढ़ होने के रूप में गढ़ी गई है. इसका अर्थ है कि यदि कोई किसान है तो उसे अनपढ़ के रूप में देखा जाएगा, जबकि अमेरिका के अधिकांश डिग्री होल्डर होते हैं. पढ़े लिखे अधिक होने के कारण वह तकनीकी रूप से भी योग्य होते हैं. आधुनिक मशीनें अमेरिका में खेती को आसान बना देती हैं और खेती भी अधिक होती है. भारत में गांवों की सड़कें कच्ची और टूटी हुई देखने को मिलती हैं, जबकि अमेरिकों के गांवों मेें भी खेत पक्की सड़कों से जुड़े हुए हैं. 


किसानों की बढ़ रही इनकम


रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2018-19 में किसानों की इनकम 14.7 परसेंट बढ़ी थी. 2019-2020 में 7 परसेंट से अधिक बढ़ी. इसी तरह हर साल अमेरिका में किसानों की आय बढ़ रही है. एक साल में अमेरिका का किसान औसतन 70 से 80 लाख रुपये कमा लेता है. अमेरिका में किसान अपने फार्म में फसलों पर रिसर्च भी करते रहते हैं. 


अमेरिका में ये बोई जाती हैं फल-सब्जी


अमेरिका में बोई जानी प्रमुख फलों की बात करें तो स्टोबेरी सेब, संतरा, केला, मोसमी, तरबूज, अमरूद, पपीता, ब्लूबेरी, ब्लैक बेरी आदि में खेती होती है. इसके अलावा सब्जियों में आलू, टमाटर, स्विस चार्ड, ककड़ी, भिंडी, गाजर, लहसुन आदि बोई जाती हैं. 


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