इंदौर में भीख देने पर FIR, जानें भारत के कौन से शहर हैं भिखारी मुक्त
मध्य-प्रदेश के इंदौर प्रशासन ने आदेश जारी किया है कि 1 जनवरी 2025 से भिखारी को भीख देने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में कौन सा शहर भिखारियों से मुक्त है.
मध्य-प्रदेश के इंदौर शहर भिखारी मुक्त होने की राह पर है. जी हां, इंदौर प्रशासन ने नए ऐलान में बताया है कि 1 जनवरी 2025 से ना सिर्फ बच्चों बल्कि बड़ों को भी भीख मांगते पकड़ा जाता है, तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में कौन सा शहर भिखारी मुक्त है, जहां पर एक भी भिखारी नहीं दिखते हैं.
इंदौर में भीख देने पर होगी एफआईआर
बता दें कि इंदौर प्रशासन ने आदेश जारी किया है कि भीख देने और लेने वाले दोनों तरह के लोगों पर 1 जनवरी 2025 के बाद से एफआईरआर दर्ज की जाएगी. इंदौर प्रशासन ने बीते जुलाई में भी ऐलान किया था कि बच्चों का भीख मांगना और उनसे सामान खरीदना जुर्म है. कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि यह कदम इंदौर को भिखारी मुक्त शहर बनाने के प्रशासन के मिशन का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि इस महीने लोगों को भीख देने के नकारात्मक प्रभावों के बारे में शिक्षित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
इस शहर में नहीं हैं एक भी भिखारी
मध्य-प्रदेश के सांची में एक भी भिखारी नहीं है. जी हां, सांची के अधिकारियों ने बताया है कि उनके क्षेत्र में एक भी भिखारी नहीं है, यानी सांची भिखारी मुक्त शहर है.
भिक्षावृत्ति मुक्त भारत का लक्ष्य
बता दें कि केंद्र सरकार ने एक मुहिम शुरू की हुई है. जिसका लक्ष्य देश को भिक्षावृत्ति मुक्त भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए समान सर्वेक्षण और पुनर्वास दिशानिर्देशों के अनुसार निगरानी सुनिश्चित करना है. इसके लिए सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा एक राष्ट्रीय पोर्टल और एक मोबाइल ऐप लॉन्च भी किया गया है. इस ऐप पर भिक्षावृत्ति में लिप्त पाए जाने वाले लोगों की पहचान कर उसे अपडेट किया जाता है.
भारत में इतने लाख लोग हैं भिखारी
भारत में करीब 4 लाख से ज्यादा लोग भीख मांगकर अपना घर चला रहे हैं. ये आंकड़ा सरकार द्वारा जारी किया गया है, ऐसे में ये संख्या ज्यादा भी हो सकती है. सरकार की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल ऐसा राज्य है, जहां पर सबसे ज्यादा लोग भीख मांगने का काम करते हैं. पश्चिम बंगाल में ऐसे लोगों की संख्या 81 हजार से भी ज्यादा बताई गई है.
इन राज्यों में सबसे ज्यादा भिखारी
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कुल 4 लाख 13 हजार भीख मांगने वाले लोग हैं, जिनमें दो लाख से ज्यादा पुरुष और करीब दो लाख महिलाएं शामिल हैं. इसके अलावा बच्चों को भी भीख मांगने के काम में लगाया जाता है. पश्चिम बंगाल के बाद उत्तर प्रदेश का नंबर आता है, जहां करीब 65 हजार से ज्यादा भिखारी हैं. इसके बाद आंध्र प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान का नंबर आता है. वहीं चंडीगढ़ में सिर्फ 121 भिखारी हैं.