बेंगलुरु में लग रही पहली पॉपुलेशन क्लॉक, जानें कैसे मिलेगी जनसंख्या की रियल टाइम जानकारी
बेंगलुरु में पॉपुलेशन क्लॉक लगने जा रही है, ऐसे में चलिए जानते हैं कि इस क्लॉक में जनसंख्या की रियल टाइम जानकारी कैसे मिलेगी.
भारत के आईटी हब बेंगलुरु में एक अनोखी पहल की शुरुआत हो रही है. आज यानी 8 नवंबर को बेंगलुरु में पहली डिजीटल जनसंख्या घड़ी लगने जा रही है. बता दें बेंगलुरु में पहली पॉपुलेशन क्लॉक लगाई जा रही है. यह क्लॉक शहर और देश की बढ़ती हुई जनसंख्या को रियल टाइम में दिखाएगी. दरअसल बेंगलुरु में लगातार जनसंख्या बढ़ती जा रही है, यही वजह है कि यहां पॉपुलेशन क्लॉक लगाने का फैसला किया गया है. यह पहल शहर के विकास और योजना बनाने में काफी मददगार साबित होगी. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर ये घड़ी काम कैसे करेगी.
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क्या है पॉपुलेशन क्लॉक?
पॉपुलेशन क्लॉक एक डिजिटल डिस्प्ले है जो किसी देश, शहर या क्षेत्र की जनसंख्या को लगातार अपडेट करके दिखाता है. ISEC के अनुसार, ये घड़ी हर 10 सेकंड में कर्नाटक की जनसंख्या और हर दो सेकंड में देश की जनसंख्या दिखाएगी. यह एक डिजिटल घड़ी की तरह ही काम करता है, लेकिन इसमें समय की जगह जनसंख्या की संख्या दिखती है. यह एक डेटा-संचालित उपकरण है जो अलग-अलग जगहों से डेटा इकट्ठा करता है और उसे एक आसानी से समझने लायक डेटा दिखाता है.
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बेंगलुरु में क्यों लगाई जा रही पॉपुलेशन क्लॉक?
बेंगलुरु भारत के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक है. यहां हर दिन हजारों लोग नए आ रहे हैं. इस तेजी से बढ़ती हुई जनसंख्या के कारण शहर के सामने कई चुनौतियां हैं, जैसे कि यातायात की समस्या, पानी की कमी और प्रदूषण. पॉपुलेशन क्लॉक इन चुनौतियों से निपटने में मदद करेगी.
कैसे काम आएगी पॉपुलेशन क्लॉक?
आमतौर पर इस क्लॉक में देश की जनसंख्या भी नजर आएगी. ऐसे में वैज्ञानिकों के लिए ये घड़ी बहुत ही काम की साबित होने वाली है. इस घड़ी से उन्हें पॉपुलेशन की जानकारी मिलेगी. इसके अलावा ये क्लॉक सरकार के भी बहुत काम आएगी. पॉपुलेशन क्लॉक से मिलने वाले डेटा के आधार पर शहर के विकास की बेहतर योजना बनाई जा सकती है. इसके अलावा जनसंख्या के बारे में सटीक जानकारी होने से संसाधनों का बेहतर उपयोग किया जा सकता है. साथ ही पॉपुलेशन क्लॉक लोगों को शहर की बढ़ती हुई जनसंख्या के बारे में जागरूक करेगी.
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