सोशल मीडिया के इस दौर में लोग अपनी भावनाओं को जाहिर करने के लिए अक्सर इमोजी का इस्तेमाल करते हैं. खासतौर से व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और एक्स पर इसका खूब इस्तेमाल देखने को मिलता है. व्हाट्सएप पर तो ज्यादातर बातें इमोजी के माध्यम से ही होती हैं.
हालांकि, कई बार लोग कम जानकारी होने की वजह से अपनी भावना जाहिर करने के लिए गलत इमोजी का इस्तेमाल कर लेते हैं. आज हम इसी तरह की एक इमोजी पर चर्चा करेंगे जिसका इस्तेमाल शायद 90 फीसदी लोग गलत जानकारी के साथ करते हैं.
हाथ जोड़ने वाली इमोजी
दरअसल, हम बात कर रहे हैं हाथ जोड़ने वाली इमोजी की. इस इमोजी का इस्तेमाल अक्सर हम किसी का आदर करने या अपनी गलती पर माफी मांगने के लिए करते हैं. आज हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसका इस्तेमाल खूब हो रहा है. बड़े-बड़े लोग इसका इस्तेमाल इन्हीं दो वजहों के लिए कर रहे हैं. लेकिन क्या ये इमोजी आदर करने या माफी मांगने के लिए है? शायद ऐसा नहीं है. इस इमोजी का मतलब कुछ और है. चलिए आपको इस इमोजी का असली मतलब बताते हैं.
हाथ जोड़ने वाली इमोजी का असली मतलब क्या है
हाथ जोड़ने वाली इमोजी को लेकर कई वर्षों से बहस हो रही है. जहां कुछ लोग इसे आदर करने और माफी मांगने वाली इमोजी के तौर पर देखते हैं. वहीं कुछ लोग इसे हाई फाइव इमोजी के तौर पर देखते हैं. हालांकि, डिक्शनरी डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, हाथ जोड़ने वाली इमोजी का इस्तेमाल प्रार्थना के लिए करते हैं.
यानी इसे धार्मिक कॉन्टेक्स्ट में ही इस्तेमाल करते हैं. हाई फाइव वाले तर्क को यहां इस लिए नकार दिया गया है क्योंकि दोनों हाथ के कपड़े एक जैसे हैं और ऐसा लग रहा है जैसे ये दोनों हाछ एक ही इंसान के हैं. जबकि, हाई फाइव के लिए दो अलग-अलग लोगों के हाथ की जरूरत पड़ती है. इसलिए अब इस इमोजी का इस्तेमाल सोच समझ कर कीजिएगा.
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